Kisi Ka Bhai Kisi Ki Jaan Review: फिल्में तीन तरह की होती हैं अच्छी फिल्में, बुरी फिल्में और सलमान खान की फिल्में और ये तीसरी तरह की फिल्म है. क्या आप अपना अंडरवियर प्रेस करते हैं. कई साल पहले एक बड़े क्रिटिक मयंक शेखर ने लिखा था कि सलमान खान की फिल्म का रिव्यू करना अंडरवियर प्रेस करने जैसा है . कोई फर्क नहीं पड़ता. फैंस तो देखेंगे ही देखेंगे लेकिन फिर भी रिव्यू तो बताना है ना. 


कहानी
सलमान की फिल्म है तो कहानी क्या है. फर्क नहीं पड़ता लेकिन सवाल ये है कि क्या कहानी है? कहानी है भाईजान यानी सलमान खान की जो अपने तीन भाइयों राघव जुयाल, जस्सी गिल और सिद्धार्थ निगम की परवरिश करने के लिए शादी नहीं करते.अब तीनों भाइयों की गर्लफ्रेंड बन चुकी हैं. जिनके किरदार शहनाज गिल, पलक तिवारी और विनाली भटरनागर ने निभाए हैं. अब इन तीनों की शादी से पहले जरूरी है भाईजान की शादी हो. फिर भाईजान की जिंदगी में पूजा हेगड़े आती हैं और कहानी आगे घिसटती हैं. जी हां सही पढ़ा आपने. बाकी के लिए थिएटर जाना पड़ेगा

 

कैसी है फिल्म
ये एक टिपिकल सलमान खान टाइप फिल्म है जिसमें सलमान एक्शन कर रहे हैं.रोमांस कर रहे हैं वो सब कर रहे हैं जिसके लिए वो जाने जाते हैं और जो वो सालों से करते आ रहे हैं. फिल्म के एक सीन में पूजा सलमान से कहती हैं कि तुमको गुस्सा होना होगा तो कैसे होगे? सलमान एक एक्सप्रेशन देते हैं फिर वो कहती है कि तुमको रोमांस करना होगा तो कैसे करोंगे? सलमान एक एक्सप्रेशन देते हैं.फिर वो कहती है कि तुमको इमोशनल होना होगा तो कैसे होगे?सलमान एक एक्सप्रेशन देते हैं और तीनों बार सलमान एक ही एक्सप्रेशन देते हैं. सलमान खुद कहते हैं कि मैं एक ही एक्सप्रेशन पर चलता आ रहा हूं और दर्शक मुझे यही सब करते देखना चाहते हैं और सलमान ने वही किया है.फिल्म का एक्शन काफी जगह बचकाना सा लगता है. ऐसा लगता है कि ये क्या ही हो रहा है और क्यों हो रहा है? इस फिल्म को सिर्फ और सिर्फ सलमान के लिए देखा जा सकता है.सलमान एंड में शर्ट भी उतारते हैं और यहां सलमान फैंस के पैसे पूरी तरह से वसूल हो जाते हैं. दिमाग घर पर रखकर जाइएगा वर्ना दिमाग में हार्ट अटैक आ सकता है. घुटनों में ही हार्ट अटैक की संभावना है. फिल्म में एक सरप्राइज भी है जो थिएटर जाकर पता चलेगा.

 

एक्टिंग
सलमान खान ने वैसी ही एक्टिंग की है जैसी वो करते आए हैं और सही भी है दर्शक उन्हें वैसा ही पसंद करते हैं.वैसे भी सुपरस्टार वो होता है जो खराब फिल्म को भी चला दे और सलमान में वो दम है. हालांकि इसका मतलब ये नहीं कि ये खराब फिल्म है. पूजा हेग़ड़े की एक्टिंग भी वैसी ही है जैसी हम देखते आए हैं.शहनाज गिल का डेब्यू है और उनके फैंस काफी एक्साइटेड हैं.शहनाज काफी प्यारी लगी हैं.वो वैसी ही लगी हैं जैसी वो हैं और उनका किरदार भी वैसा ही था.तो एक तरह से आपको रियल शहनाज ही देखने को मिलेंगी. एक दो कॉमिक पंच अच्छे हैं उनके लिए ये एक ग्रैंड डेब्यू है. पलक तिवारी भी ठीकठाक हैं लेकिन उन्हें अभी लंबा सफर तय करना है.राघव जुयाल अच्छे लगे हैं.जस्सी गिल और सिद्धार्थ निगम भी ठीक हैं. सलमान की फिल्म में दिक्कत ये होती है कि सलमान के अलावा आप किसी को नहीं देखते. वही दिक्कत इस फिल्म की भी है. हां इसमें सतीश कौशिक भी दिखते हैं औऱ उन्हें देखकर अच्छा लगता है. 

 

डायरेक्शन
ये फिल्म देखकर समझ आता है कि फरहाद समजी को 'हेराफेरी 3' से निकालने की मांग अक्षय कुमार के फैंस क्यों कर रहे हैं

 

म्यूजिक
रवि बसरुर का म्यूजिक बिल्कुल ऐसा नहीं है जिस सुनकर मजा आएगा औऱ फिल्म में बार बार गाने आते हैं जो पहले से परेशान दर्शको को और परेशान करते हैं. 

 

रेटिंग -5 में से 2.5 स्टार ( आधा सलमान और शहनाज के लिए )