Raksha Kavach Om Movie Review: तीन कॉफी...तीन कॉफी की कीमत तुम क्या जानो ...एक खराब फिल्म देखते वक्त जब तीन कॉफी पीनी पड़ती हैं...तो दिल से बुरा लगता है और ये फिल्म वाकई काफी बुरी है ..इस तरह का सिनेमा आपको बीमार बहुत बीमार कर सकता है 


कहानी


कहानी तो आपको ट्रेलर में दिखी होगी उतनी ही है.. कहानी है ओम नाम के कमांडो की जिसका एक मिशन होता है..उस मिशन में कुछ रुकावटे आती हैं और एंड में हीरो को जीतना है..ये तो तय है..बस यही है लेकिन कहानी को जिस तरह से ट्रीट किया गया है वो काफी खराब है..कहानी तो 'केजीएफ 2' और 'पुष्पा' की भी सिंपल थी..कैसे एक आम शख्स डॉन बनता है लेकिन वहां ट्रीटमेंट कमाल का था और यहां काफी स्लो है.


फिल्म में ऐसे एक्शन सीन है कि आपको उनपर हंसी तक नहीं आती और पूरी फिल्म के दौरान एक भी ऐसा कॉमेडी सीन नहीं है जिसपर हंसी आती हो...स्लो मोशन में कुछ ऐसे एक्शन सीन है कि आप खुद ही स्लो मोशन में पहुंच जाते हैं...हीरो हेलिकॉप्टर के ऊपर खड़ा है और उसके बाल तक नहीं हिल रहे...वो हेलिकॉप्टर को चेन से रोक लेता है..मतलब कुछ भी ..कुछ भी चल रहा होता है और आप सिरदर्द से जूझ रहे होते हैं.


एक्टिंग


आदित्य रॉय कपूर अच्छे एक्टर हैं..एक्शन में जमते हैं...दिखते भी अच्छे हैं..स्वैग वाले हैं..लेकिन उन्हें यहां waste कर दिया गया..जब कहानी का ट्रीटमेंट ही खराब होगा तो एक्टर क्या ही कर लेगा..आशुतोष राणा..प्रकाश राज..जैकी श्रॉफ जैसे अच्छे एक्टर्स भी फिल्म को बचा नहीं पाते...संजना संघी बिल्कुल इम्प्रेस नहीं करती..ना तो लुक से ना एक्टिंग से...लगता है उन्हें अभी काफी कुछ सीखना है...कुल मिलाकर किसी भी भी एक्टिंग आपको बांध नहीं पाती.


ये फिल्म देखकर लगता है कि इसे बनाया क्यों गया...ऐसा सिनेमा आपको बीमार ..बहुत बीमार कर सकता है..और अगर ऐसा सिनेमा बनेगा तो दर्शक थिएटर से दूरी बनाकर ही रखेंगे


रेटिंग 5 में से 1.5 स्टार और आधा स्टार सिर्फ आदित्य रॉय कपूर के लिए जिनसे उम्मीद है आगे कुछ बेहतर करने की