Special Ops 1.5 Movie Review In Hindi: क्या आप हिम्मत सिंह को जानते हैं. अगर आप ओटीटी के पक्के दर्शक हैं तो ना नहीं कह पाएंगे. डिज्नी हॉटस्टार (Disney Hotstar) की वेब सीरीज स्पेशल ऑप्स (2020) करोड़ों प्रशंसक बना चुकी है. साथ ही इसके हीरो हिम्मत सिंह भी. सिनेमा की सफलता का पैमाना यह है कि फिल्मों के साथ उनके किरदार दर्शकों की यादों में बस जाते हैं और फ्रेंचाइजी फिल्में बनती है. यही बात ओटीटी पर लागू होती है. किरदार दिल में उतर जाते हैं और वेब सीरीज के नए-नए सीजन बनते हैं. डिज्नी हॉटस्टार भी इस सीरीज का नया सीजन ‘स्पेशल ऑप्स 1.5 : द हिम्मत स्टोरी’ ( Special Ops 1.5) लाया है.
रॉ के सुपर सितारे हिम्मत सिंह (केके मेनन) का लोमड़ी के अंदाज में काम करना दर्शकों को इतना भाया था कि हर कोई जानना चाहता था, आखिर यह इंसान ऐसा बना कैसे. नई सीरीज हिम्मत सिंह के हिम्मत सिंह बनने की कहानी कहती है. इसे सिनेमा की तकनीकी भाषा में स्पिन ऑफ कहा जाता है. मतलब मुख्य कहानी के बीच से किसी किरदार या घटना विशेष पर फोकस करके, उसके बारे में विस्तार से बताया जाए. यह किसी वृक्ष की शाखा सरीखा है या फिर किसी बड़ी नदी से निकलने वाली छोटी नदी जैसा. यहां आप हिम्मत सिंह के युवावस्था के दिनों को देखते हैं, जब वह नया था. लेकिन तेज-तर्रार. हमेशा मन की सुनता था और देश के दुश्मनों को कहीं का नहीं छोड़ता था. उसके काम करने का अंदाज बड़े अधिकारियों को नाराज करने में कोई कसर बाकी नहीं रखता था.
इस स्पिन ऑफ में हिम्मत की कहानी दिल्ली पुलिस के शेख अब्बास (विनय पाठक) के मुंह से सुनी जा सकती है. रिटायरमेंट के बाद हिम्मत को डिपार्टमेंट या सरकार से क्या मिले, न मिले, उसके खिलाफ शिकायतों पर कोई एक्शन लिया जाए या न लिया जाए, यही सोचते हुए दो सदस्यीय ‘बनर्जी-चड्ढा’ समिति गठित की गई है. उसे रिपोर्ट बनानी है कि अनुशासनहीनता के आरोपों के बावजूद हिम्मत ने क्या देशहित को अपने से आगे रखा? ऐसे में कहानी उस पुराने दौर में जाती है, जब रॉ से जुड़े तीन लोगों की एक के बाद एक हत्या होती है. डिपार्टमेंट से बर्खास्त हिम्मत को सीनियर अफसर बुलाते हैं. उसे नए अफसर विजय (आफताब शिवदासानी) के साथ हत्यारों का पता लगाने और सजा देने का जिम्मा सौंपते हैं. यहां एक और मुश्किल है. कुछ लोगों द्वारा खुफिया जानकारियां दुश्मन देशों के तक पहुंचाने की कोशिश भी हो रही हैं. हिम्मत और विजय को लीक जानकारियां गलत हाथों में पड़ने से रोकना भी है.
हिम्मत-विजय की जोड़ी काम में लग जाती है. कहानी दिल्ली से होती हुई श्रीलंका, ब्रिटेन, रूस और यूक्रेन तक जाती है. दुश्मन बाहर तो हैं, सिस्टम के अंदर भी हैं. कुछ बिक गए हैं. कुछ को फंसा लिया गया है. सबसे खतरनाक है मनिंदर सिंह (आदिल खान) क्योंकि एक समय वह रॉ के एजेंट के रूप में हिम्मत के साथ काम कर चुका है. वह हिम्मत की खूबियां-खामियां जानता है. इसी बीच हिम्मत की लव स्टोरी और विजय की शादीशुदा जिंदगी की कहानी का रोमांस भी चलता है, जो आगे चल बेहद चौंकाने वाला टर्न लेता है. धीमी रफ्तार से शुरू होने वाली स्पेशल ऑप्स 1.5 जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, दर्शक को बांधती चलती है.
नया सीजन मात्र चार कड़ियों का है, जिनका औसत समय 45-45 मिनट है. इस लिहाज से आपको हिम्मत की बैक-स्टोरी जानने में ज्यादा समय भी नहीं लगेगा. केके मेनन का परफॉरमेंस शानदार हैं. उनकी बिल्लौरी आंखें और संवाद अदायगी का जादू किसी सीन में कम नहीं होता. आफताब बढ़िया हैं. अक्सर क्लीन शेव दिखने वाले इस ऐक्टर को आप यहां मूंछों में देख सकते हैं. गौतमी का अभिनय सधा हुआ हैं लेकिन इस सीजन में जो ऐक्टर ध्यान खींचते हैं, वह आदिल खान और ऐश्वर्या सुष्मिता हैं. दोनों नेगेटिव किरदारों में और अपनी एक्टिंग से उन्होंने कहानी को मजबूत बनाया है.
विदेशी लोकेशन में जहां आउटडोर दृश्यों को निर्देशक ने तवज्जो दे कर सीरीज को खूबसूरत बनाया है, वहीं दिल्ली के ज्यादातर दृश्य इनडोर हैं. सीरीज लेखन-निर्देशन की बागडोर नीरज पांडे ने अपने हाथों में थामे रखी है लेकिन शिवम नायर उनके साथ मजबूती से खड़े हैं. शिवम नायर ने तीसरा एपिसोड निर्देशित भी किया है. यहां एडिटिंग, कैमरा वर्क और बैकग्राउंड म्यूजिक ने सीरीज को खूबसूरत बनाने में अहम भूमिका निभाई है. निश्चित ही फैन्स को हिम्मत सिंह की इस कहानी में मजा आएगा. जरूर देखें. मिस न करें.
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