(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Tiku Weds Sheru Review: नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अवनीत कौर की ये फिल्म है थोड़ी खट्टी थोड़ी मीठी, वन टाइम वॉच है मूवी
Tiku Weds Sheru Review: नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अवनीत कौर की फिल्म टीकू वेड्स शेरू ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो गई है. इस फिल्म को कंगना रनौत ने प्रोड्यूस किया है.
साई कबीर
नवाजुद्दीन सिद्दीकी, अवनीत कौर, जाकिर हुसैन, मुकेश एस भट्ट, विपिन शर्मा
Tiku Weds Sheru Review In Hindi: ओटीटी पर इन दिनों कंटेंट खूब आ रहा है. बड़े बड़े स्टार ओटीटी परआ रहे हैं. इस बार कंगना रनौत की प्रोड्यूस की हुई फिल्म अमेजन प्राइम पर रिलीज हुई है. फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे बड़े एक्टर हैं और साथ में हैं अवनीत कौर. ये फिल्म ना तो बहुत अच्छी है ना बहुत बुरी लेकिन फिर भी क्यों देखी जा सकती है. ये जान लीजिए
कहानी
ये कहानी है मुंबई में रहने वाले जूनियर आर्टिस्ट शेरू और भोपाल में रहने वाली टीकू की. शेरू को काम नहीं मिलता तो वो लड़कियां सप्लाई करने के धंधे में लग जाता है. फिल्म बनाने के चक्कर में कहीं से पैसा ले लेता है और उसे नुकसान हो जाता है. ऐसे में उसके पास भोपाल की टीकू का रिश्ता आता है. इस शादी से उसको 10 लाख रुपए भी मिलने हैं. वो राजी हो जाती है टीकू को जैसे तैसे मुंबई आना है और हीरोइन बनना है. मुंबई में उसका बॉयफ्रेंड भी है. वो शादी कर लेती है लेकिन मुंबई आकर पता चलता है को बॉयफ्रेंड ने धोखा दे दिया और वो प्रेग्नेंट है. फिर क्या होता है इस शादी में. इसके लिए आप दो घंटे से भी कम टाइम की ये फिल्म देख सकते हैं.
एक्टिंग
शेरू के किरदार में नवाज फिट बैठते हैं. वो आपको यकीन दिला देते हैं कि वो एक जूनियर आर्टिस्ट हैं. उनका लहजा और अंदाज अलग है और नवाज के फैंस को उनका काम हर हाल में पंसद आएगा. अवनीत कौर का काम भी अच्छा है वो काफी अच्छी लगी भी हैं. इसके अलावा जाकिर हुसैन, मुकेश एस भट्ट और विपिन शर्मा ने भी ठीकठाक काम किया है.
कैसी है फिल्म
ये एक वन टाइम वॉच है जो ना तो बहुत ज्यादा उम्मीदें देती है और ना ही उम्मीदों पर पानी फैरती है. कुछ सीन अच्छे लगते हैं नवाज कहीं कहीं अपने अंदाज से आपको हंसाते हैं. अवनीत कौर भी कुछ सीन्स में इम्प्रेसिव हैं. वहीं कुछ सीन अटपटे भी हैं, बोरिंग भी हैं. फिल्म की कहानी का अंदाजा आपको लग जाता है और ये फिल्म की कमी है. लेकिन नवाज अपने अंदाज से फिल्म को खींच ले जाते हैं.
डायरेक्शन
फिल्म को साई कबीर ने डायरेक्ट किया है और साई कबीर ने ही इस फिल्म को अमित तिवारी के साथ मिलकर लिखा है. फिल्म की राइटिंग और डायरेक्शन दोनों कमजोर हैं. फिल्म में इमोशन की काफी कमी है. नवाज जैसे एक्टर को और बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता था.
कुल मिलाकर ये एक ठीक ठाक टाइमपास फिल्म है अगर नवाज के फैन हैं तो काफी मजा आएगा.