The Great Indian Murder SE 1 Review In Hindi: मर्डर सिर्फ मर्डर नहीं होता. उसके पीछे कोई न कोई कहानी जरूर छुपी होती है. राजनयिक-उपन्यासकार विकास स्वरूप के पहले नॉवेल क्यू एंड ए पर फिल्म बनी थी, स्लमडॉग मिलेनियर (Slumdog Millionaire). उनके दूसरे उपन्यास सिक्स सस्पेक्ट्स पर अब वेब सीरीज आई है, द ग्रेड इंडियन मर्डर (The Great Indian Murder). यहां एक हत्या है और हत्या के छह संदिग्ध हैं. एक पंक्ति में यह बात सहज लग सकती है लेकिन इस कहानी को जिस तरह की काइयां राजनीति (Politics) और भ्रष्टाचारी (Corruption) जांच व्यवस्था के ताने-बाने से बुना गया है, वह इसे रोचक बनाता है. इस वेब सीरीज (Web Series Season 1) का यह पहला सीजन है और इसलिए इसकी औसतन पौन-पौन घंटे की नौ कड़ियां देखने के बाद भी आप यह जान नहीं पाएंगे कि मर्डर किसने किया है. इसके लिए दूसरे सीजन का इंतजार करना पड़ेगा. इस वेब सीरीज (Web Series) के साथ यह जानना भी जरूरी है कि अजय देवगन ने बतौर निर्माता ओटीटी की दुनिया में कदम रख दिया है. वह सीरीज के निर्माता हैं और सिक्स सस्पेक्ट्स को द ग्रेट इंडियन मर्डर (The Great Indian Murder) नाम भी उन्हीं का दिया है.



डिज्नी-हॉटस्टार (Hot Star) पर आई यह वेब सीरीज अपने कथानक में रोचक है लेकिन तमाम किरदारों की कहानियों को बार-बार फ्लैशबैक में ले जाती है. रूपांतरण में अगर लेखकों ने इस उपन्यास को सही ढंग से गूंथा होता तो इसका मजा अलग होता. फिलहाल वेब सीरीज की कहानी उपन्यास (Novel) का दामन थामे ही आगे बढ़ती नजर आती है. जिससे मुद्दे की बात से बार-बार ध्यान भटकता है कि आखिर विक्की राय (जतिन गोस्वामी) का मर्डर किसने किया. विक्की आला दर्जे का बदतमीज, बददिमाग और अय्याश बंदा है जो किसी की इज्जत करना नहीं जानता. उसके पिता जगन्नाथ राय (आशुतोष राणा) छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री हैं. विक्की को इसका भरपूर कारोबारी फायदा मिलता है. मगर दो किशोरवय लड़कियों की जघन्य मौत के संगीन मामले में उसे जेल होती है और वह जेल से लौटने के बाद दिल्ली के एक फार्म हाउस में पार्टी देता है. यहां राजनीति के दिग्गजों से लेकर पेज थ्री सेलिब्रिटी आते हैं. यहीं चलते जश्न में कोई विक्की को सरे-आम गोली मार देता है. किसी को खबर नहीं होती कि कौन है विक्की का हत्यारा. हालांकि किसी को भी विक्की से सहानुभूति नहीं है. खुद विक्की के पिता ने इस पार्टी से एक दिन पहले उसकी हत्या की सुपारी दी थी. इन नौ कड़ियों में तीन संदिग्धों का किस्सा साफ हो गया है कि वे बेवजह यहां फंस गए. उन्होंने नहीं मारा है. अब बचे तीन, जिनकी कहानी अगले सीजन में खुलेगी.




द ग्रेट इंडियन मर्डर (The Great Indian Murder) ऐक्टरों के परफॉर्मेंस पर टिकी है. जतिन गोस्वामी का अभिनय शानदार हैं और उन्होंने किरदार को जिंदा कर दिया है. उन्हें देख कर आप विक्की से नफरत करेंगे. लेकिन इस सीजन में जो दो किरदार खास असर छोड़ते हैं, वह रघुवीर यादव (Raghuvir Yadav) और मलयाली एक्टर मणि पीआर हैं. रघुवीर यादव (Raghuvir Yadav) की कहानी का ट्रैक रोचक है. पूर्व सरकारी अधिकारी मोहन कुमार के रूप में वह भ्रष्ट, पियक्कड़ और चरित्र से कमजोर हैं. लेकिन एक हादसा अचानक उनके भीतर गांधी जी की आत्मा जगा देता है. अब वह कभी मोहन कुमार हो जाते हैं तो कभी गांधी. यहां आपको राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hirani) की फिल्म लगे रहो मुन्ना भाई (Munna Bhai) की याद आती है. इसी तरह सलमान खान (Salman Khan) द्वारा काले हिरण की हत्या का मामला भी सीरीज के अंतिम भाग में याद आता है, जब पता चलता है कि विक्की राय ने एक जमाने में राजस्थान में हिरण का शिकार किया था और पुलिस ने उसे शिकार के साथ धर लिया था.




मणि पीआर यहां अंदमान के आदिवासी युवा के रूप में हैं, जो अपने एक देवता की मूर्ति की तलाश में भटकते हुए दिल्ली पहुंचा है. स्थानीय लोगों पर आशीर्वाद बरसाने वाले इस देवता की मूर्ति वहां से चुराए जाने के बाद जिस-जिस के पास पहुंची है, उसकी मौत का कारण बनी है. मणि पीआर ने बहुत सुंदर ढंग से यह रोल निभाया है और वह प्रभाव छोड़ते हैं. ऋचा चड्ढा (Richa Chadha) विक्की के मर्डर केस की जांच में सहयोग करने वाली पुलिस अधिकारी सुधा भारद्वाज बनी हैं तो प्रतीक गांधी मुख्य जांचकर्ता सीबीआई अफसर, सूरज यादव. सूरज जांच को राजनीतिक आकाओं की मर्जी के हिसाब से घुमाने की कोशिश में है. हालांकि ऋचा और प्रतीक की भूमिकाएं रूटीन किस्म की है लेकिन प्रतीक रूटीन होते हुए भी कहीं-कहीं अलग ढंग से निभाने की कोशिश करते हैं. यद्यपि वह स्कैम 1992 जैसा प्रभाव नहीं पैदा कर पाते. आशुतोष राणा (Ashutosh Rana), शशांक अरोड़ा (Shashank Arora) और शारिब हाशमी (Sharib Hashmi) अपनी भूमिकाओं में फिट हैं.




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वेब सीरीज के लेखकों की टीम के साथ निर्देशक तिग्मांशु धूलिया (Tigmanshu Dhulia) ने पूरी कोशिश की है कि कहानी को कस कर रखें लेकिन इसके लिए उन्हें अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है. यह साफ नजर आता है. इससे कहानी की सहजता कहीं-कहीं बाधित होती है. द ग्रेट इंडियन मर्डर (The Great Indian Murder) का कैमरा वर्क और बैकग्राउंड म्यूजिक बढ़िया है.यह सीरीज उन दर्शकों के लिए है जो क्राइम और पॉलिटिक्स का मिक्स देखना पसंद करते हैं. यहां अपराध के साथ उसकी वजह भी ठोस है, जिस पर से पर्दा उठना अभी बाकी है. यह पर्दा दूसरे सीजन में उठेगा और तब तक इंतजार करना होगा.


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