नई दिल्ली: बजट को समझने के लिए ABP न्यूज़ के तरफ से सजाए गए बजट सम्मेलन में मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बजट का जमकर बचाव किया और उसे सभी के लिए फायदेमंद करार दिया. उन्होंने कहा कि ये सबका साथ सबका विकास वाला बजट है.


प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. इसके साथ ही उन्होंने टैक्स पर छूट नहीं देने पर ये भी कहा कि नोट छापने से खर्च नहीं निकलता.


इस बजट को गरीबों और किसानों के लिए मरहम और मध्यम वर्ग के लिए मार बताया जा रहा है और ABP के बजट सम्मेलन में जावड़ेकर ने इसपर इस तरह मुहर लगाते हुए कहा, "सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने इस मसले पर काम किया है कि कैसे किसान को आगे बढ़ाया जाए. किसानों की लंबे समय से मांग थी कि लागत से अधिक आय मिले जिसे इस बजट में पूरा किया गया."


मध्यम वर्ग को इस बजट में सरकार से कुछ खास नहीं मिला. सरकार के इस कदम का बचाव करते हुए जावड़ेकर ने कहा, "मध्यम वर्ग को अमन चैन और तरक्की के लिए अच्छा माहौल चाहिए. हम आम आदमी के लिए सुशासन लाए हैं." इसके लिए उन्होंने नक्सल हिंसा से लेकर आतंकी हमले तक की घटनाओं का हवाला दिया और इसे बजट से मिलने वाले राहत से जोड़ दिया.


भ्रष्टाचार पर सरकार की कामयाबी गिनाते हुए उन्होंने देश के पूर्व पीएम राजीव गांधी को याद करते हुए कहा कि वे कांग्रेसी थे फिर भी सच बोलते थे कि वे दिल्ली से 100 रुपए भेजते हैं और गरीब के पास सिर्फ 15 रुपया पहुंचता है. उन्होंने आगे कहा, "आज मोदी सरकार जब दिल्ली से 100 रुपए भेजती है तो गरीब को 100 रुपए ही मिलते हैं."


मीडिल क्लास को बजट से हुए फायदे पर उन्होंने कहा, "नौकरीपेशा वर्ग का टैक्स कम होने वाला है, 10,000 रुपए का टैक्स कम होगा." वहीं मध्यम वर्ग को भविष्य में मिलने वाली राहत की बात करते हुए उन्होंने कहा, "अभी तक हमने 2 लाख 90 हजार तक टैक्स सीमा को बढ़ाया है आने वाले समय में इसे 5 लाख तक करने की कोशिश की जाएगी."


राजस्थान उपचुनाव के नतीजे


राजस्थान उपचुनावों पर जावड़ेकर ने कहा कि उनकी प्रतिबद्धता जनता के प्रति है चुनाव के प्रति नहीं.


बीते दिनों पीएम मोदी ने एक बयान दिया था कि पकौड़े बेचना भी रोज़गार है. इस बयान को लेकर विपक्ष और सोशल मीडिया ने सरकार का जमकर घेराव किया इसी से जुड़े एक सवाल के जवाब में जावड़ेकर ने कहा, "माफ कीजिए लेकिन जैसा टैलेंट होगा वैसी ही नौकरी मिलेगी. पकौड़े बेचना या फिर और कोई काम करना छोटा नहीं होता."


शिक्षा मंत्री ने कहा, "एक लाख करोड़ का फंड शिक्षा इंफ्रा के लिए पहली बार आंवटित किया गया है." वहीं उन्होंने आगे कहा, "तीन साल में हमने चौथी क्लास के घर तक बिजली पहुंचाई."


इसके साथ ही विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "कांग्रेस के राज में बिना रिश्वत के राशन कार्ड तक नहीं बनता था."  नोटबंदी और जीएसटी को लागू करने के मामले में सरकार के फेल होने से जुड़े एक सावल पर उन्होंने कहा, "नोटबंदी और जीएसटी के माध्यम से अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया है. हर राज्य के वित्तमंत्री को साथ लेकर बात करते हैं. सब मिल कर सुधार कर रहे हैं. लोगों की तकलीफ को सरकार ने समझा तो चीजें ठीक कर दीं."