कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के शुक्रवार सुबह एनकाउंटर में मार गिराए जाने के बाद शाम को भैरवा घाट पर गैंगस्टर का अंतिम संस्कार कर दिया गया. गैंगस्टर विकास दुबे की एसटीएफ से कथित मुठभेड़ में मौत के बाद उसके गांव में कड़ी सुरक्षा चौकसी बरती जा रही है.


गैंगस्टर विकास के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सिर्फ कुछ करीबी लोगों को ही इजाजत दी गई थी. उसकी मां, पत्नी ऋचा और बेटा वहां मौजूद थे. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसबल भी मौजूद रहा.


गांव में जमींदोज किए जा चुके दुबे के घर के आस-पास करीब 60 पुलिसकर्मियों का कड़ा पहरा है. उनमें से ज्यादातर एक नीम के पेड़ के नीचे चारपाई डाल कर बैठे हैं. मकान के खंडहर के पास एक टूटा हुआ बेसबॉल बैट, क्षतिग्रस्त ट्रैक्टर कार और मोटरसाइकिल देखी जा सकती हैं.


दुबे की मौत को लेकर गांव के लोग कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. लोग अपने घरों के अंदर हैं और वे पूरे घटनाक्रम पर कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं.


बता दें कि बिकरू वही गांव है जहां पिछली दो-तीन जुलाई की मध्य रात्रि को दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमलावरों ने उसके मकान की छत से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी. उस दुस्साहसिक वारदात में आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे तथा छह अन्य घायल हो गए थे. वारदात के अगले दिन पुलिस ने दुबे के मकान को ध्वस्त करा दिया था.