'यूपी में पुलिस अत्याचार की महामारी है', कस्टडी में युवक की मौत के बाद योगी सरकार पर बरसे Owaisi-Akhilesh
UP News: उत्तर प्रदेश के कासगंज नगर कोतवाली में पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद सियासत गरम हो गई है. AIMIM चीफ ओवैसी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है.
Kasganj News: उत्तर प्रदेश के कासगंज नगर कोतवाली में पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद सियासत गरम हो गई है. कासगंज कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले 22 साल के अल्ताफ की पुलिस कस्टडी में मौत पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है. मंगलवार को एक नाबालिग हिंदू लड़की को कथित रूप से बहला-फुसलाकर साथ ले जाने के एक मामले में पूछताछ के लिए नगला सैयद इलाके के रहने वाले अल्ताफ को हिरासत में लिया गया था. बाद में उसकी पुलिस कस्टडी में मौत हो गई. जहां पुलिस आरोपी द्वारा फांसी लगाए जाने की कोशिश के बाद दम तोड़ने की बात कह रही है. वहीं परिजन पीटे जाने के कारण मौत को वजह बता रहे हैं.
इस मामले पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हमला बोलते हुए कहा, हम अल्ताफ के लिए न्याय की मांग करते हैं. पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए. यूपी में पुलिस अत्याचार की महामारी है.
वहीं अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर पुलिस और सरकार को घेरा. उन्होंने ट्वीट में लिखा, कासगंज में पूछताछ के लिए लाए गए युवक की थाने में मौत का मामला बेहद संदेहास्पद है. लापरवाही के नाम पर कुछ पुलिसवालों का निलंबन सिर्फ दिखावटी कार्रवाई है. इस मामले में इंसाफ व भाजपा के राज में पुलिस में विश्वास की पुनर्स्थापना के लिए न्यायिक जांच होनी ही चाहिए.
इसके अलावा सपा ने भी ट्वीट कर कहा, 'भाजपा राज में हिरासत में एक और मौत. कासगंज में पुलिस हिरासत के दौरान युवक की हत्या, उप्र के ठोको पुलिस का एक और कारनामा है. यूपी में अपराधी और पुलिस लगातार मुख्यमंत्री की सरपरस्ती में कानून व्यवस्था का एनकाउंटर कर रहे हैं. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस चले, मिले सजा.'
कासगंज में पूछताछ के लिए लाए गए युवक की थाने में मौत का मामला बेहद संदेहास्पद है। लापरवाही के नाम पर कुछ पुलिसवालों का निलंबन सिर्फ़ दिखावटी कार्रवाई है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 10, 2021
इस मामले में इंसाफ़ व भाजपा के राज में पुलिस में विश्वास की पुनर्स्थापना के लिए न्यायिक जाँच होनी ही चाहिए। #भाजपा_ख़त्म pic.twitter.com/sI2FT05Bv9
#WeDemandJusticeForAltaaf. Cops should be arrested immediately & Altaf’s family must be compensated. There is an epidemic of police atrocities in UP https://t.co/RJWBOh79Ii
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 10, 2021
पुलिस का क्या कहना है
कासगंज के एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि हवालात में बंद आरोपी हवालात के टॉयलेट में टॉयलेट के लिए गया था. जब बहुत देर तक बाहर नहीं निकला तो देखा गया कि उसने अपनी जैकेट के हुड के नाड़े से जंगले में फांसी लगा ली. आनन-फानन में उसे कासगंज जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां 20 मिनट बाद उसने दम तोड़ दिया. वहीं मृतक के परिजन ने आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटे जाने की वजह से उसकी मौत हुई है. एसपी कासगंज ने लापरवाही बरतने के आरोप में इंस्पेक्टर कोतवाली कासगंज वीरेंद्र सिंह इंदौलिया, सब इंस्पेक्टर चंद्रेश गौतम, सब इंस्पेक्टर विकास कुमार, घनेन्द्र सिंह, कॉन्स्टेबल सौरभ सोलंकी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है.
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