नई दिल्ली: मुगल बादशाह औरंगजेब एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं. दिल्ली के लुटियंस जोन में शिरोमणि अकाली दल के विधायक ने औरगंजेब लेन के साइनबोर्ड पर कालिख पोत दी. अपने समर्थकों के साथ निकले विधायक ने कालिख पोतने के बाद सड़क और पाठ्यक्रम से उनके नाम को भी हटाने की मांग की. शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने औरंगजेब को कातिल भी बताया.


कातिल और अत्याचारी था औरंगजेब-सिरसा
शिरोमणि अकाली के विधायक का कहना था कि मुगल बादशाह ने सिखों के धार्मिक नेता गुरु तेग बहादुर की हत्या की और गुरु गोविंद सिंह के बेटों पर अत्याचार किया. उन्होंने कहा, “ गुरु तेग बहादुर के शहादत दिवस पर औरंगजेब के खूनी अतीत को लोगों को बताया जाए.”


इसके साथ ही सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने भी सिरसा के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि केंद्र या राज्य सरकारों को औरंगजेब के नाम पर सड़क का नाम नहीं रखा जाना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि स्कूल या कॉलेज में उससे संबंधित कुछ भी नहीं पढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये कितनी आश्यर्च की बात है कि सिख गुरुओं के खिलाफ औरंगजेब के अत्याचार का महिमामंडन किया जा रहा है. इसलिए संसद में इस पर बहस होनी चाहिए कि कौन इसका जिम्मेदार है.


विधायक मनजिंदर सिंह कहते हैं, "आजादी के बाद से व्यवस्थित तरीके से आजादी के बाद औरंगजेब का महिमामंडन किया जा रहा है. उनके नाम पर न सिर्फ सड़कों का नाम रखा जा रहा है बल्कि स्कूल, कॉलेजों में भी पढ़ाया जा रहा है.”


सिरसा के साथ अकाली दल नेता हरमीत सिंह कालका और कुलवंत सिंह, विक्की मन मौजदू रहे. मालूम हो कि 2015 में एनएमडीसी ने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर अब्दुल कलाम रोड कर दिया था. लेकिन लेन के नाम पर कोई छेड़छाड़ नहीं किया था.