लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार से मोहम्मद आजम खां और उनके परिवार को रमजान के पवित्र दिनों में जेल से रिहा करने की मांग की है. यादव ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि कई बार मंत्री और विधायक, राज्यसभा के सदस्य रह चुके मोहम्मद आजम खां प्रदेश के प्रतिष्ठित राजनेता हैं.


अखिलेश यादव ने कहा कि मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय जैसा उच्च शैक्षणिक संस्थान आजम खां की देन है. उन्होंने उनकी पत्नी के भी विधायक होने का उल्लेख करते हुए यह भी कहा कि दोनों बीमार हैं, सरकार उनके साथ जो व्यवहार कर रही है वह अशोभनीय है.


यादव ने सत्ताधारी दल पर मोहम्मद आजम खां के प्रति विद्वेषपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आजम खां पर सरकारी इशारे पर तमाम फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं. साथ ही उन्हें जेल में रखकर प्रताड़ित किया जा रहा है.


यादव ने दावा किया कि बीजेपी सरकार के आचरण से समाज का एक वर्ग बुरी तरह आतंकित है और उसमें असुरक्षा की भावना फैल रही है. उन्होंने कहा कि आजम खां बीजेपी की बदले की भावना के शिकार हैं. यादव ने कहा कि बीजेपी हर मामले को साम्प्रदायिक रंग देने का काम कर रही है.


यादव ने कहा, ‘‘रमजान के पवित्र महीने में लोग संयम, इबादत के साथ सबके भले के लिए दुआएं करते हैं. मोहम्मद आजम खां और उनके परिवार को भी देश के स्वतंत्र नागरिक के रूप में अपने धार्मिक फर्ज की अदायगी का पूरा अवसर मिलना चाहिए. ’’


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