इलाहाबाद: यूपी की योगी सरकार के मंत्रियों का विवादों से पीछा छूटने का नाम नहीं ले रहा है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सरकारी कामकाज में बेवजह का दखल देने और पुलिस सब इंस्पेक्टर को दबाव डालकर लाइन हाजिर करवाने के मामले में सूबे में सिंचाई और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री बलदेव सिंह औलख को नोटिस जारी किया है. हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने मंत्री बलदेव सिंह को अपना जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते की मोहलत दी है.
फाइनल रिपोर्ट नहीं लगाने पर अपने रसूख का इस्तेमाल
अदालत ने इस मामले में बेहद सख्त रुख अपनाते हुए मंत्री बलदेव सिंह औलख को जारी नोटिस की कॉपी सीएम ऑफिस को भी भेजने का आदेश दिया है. मंत्री बलदेव सिंह पर आरोप है कि उन्होंने रामपुर जिले में चोरी के एक मामले में दर्ज एफआईआर में आरोपियों को बचाने के लिए जांच अधिकारी पर दबाव डाला और फाइनल रिपोर्ट नहीं लगाने पर अपने रसूख का इस्तेमाल कर उसे लाइन हाजिर करा दिया.
गौरतलब है कि यूपी के अमरोहा जिले के रहने वाले निपेंद्र सिंह का अपनी पत्नी से कुछ विवाद चल रहा है. पत्नी मंदीप कौर ने गेंहू और धान की कटाई की हार्वेस्टर मशीन बेच दी तो निपेंद्र ने ससुराल पक्ष के कई लोगों के खिलाफ रामपुर के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करा दी. आरोपी पक्ष मंत्री बलदेव सिंह के करीबी हैं और उनके दूर के रिश्तेदार भी लगते हैं.
मंत्री के दखल के खिलाफ निपेंद्र ने हाईकोर्ट में दी दस्तक
आरोप है कि अपने रिश्तेदारों को बचाने के लिए मंत्री बलदेव सिंह ने जांच अधिकारी राजेंद्र प्रसाद को इस केस में फाइनल रिपोर्ट लगाने को कहा. इसके लिए उन्होंने जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद को कई बार फोन भी किया. राजेंद्र ने फोन रिकॉर्डिंग की सीडी के साथ केस डायरी में इसे रजिस्टर भी कर दिया.
आरोप है कि इससे तिलमिलाए मंत्री ने एसपी पर दबाव डालकर एसआई राजेंद्र प्रसाद को लाइन हाजिर करा दिया. मंत्री के दखल के खिलाफ निपेंद्र ने हाईकोर्ट में दस्तक दी. जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस यूसी श्रीवास्तव की डिवीजन बेंच ने इस मामले में एसपी रामपुर को बाइस मई को व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में तलब कर लिया है.
BJP विधायक की शिकायत पर लाइन हाजिर किए गए अवैध वसूली के आरोपी 19 पुलिसकर्मी
यूपी में योगी राज में बीजेपी विधायक भी लगातार एक्शन में नजर आ रहे हैं. कौशाम्बी की सिराथू सीट के बीजेपी विधायक शीतला पटेल की शिकायत पर इलाहाबाद के एसएसपी ने बम्हरौली चौकी में तैनात सभी उन्नीस पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया है. इतना ही नहीं जांच के बाद इन पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी. बम्हरौली पुलिस चौकी से जुड़े इन सिपाहियों पर ट्रकों से अवैध वसूली करने का आरोप लगा था.
आरोप यह भी था कि चौकी के पुलिस वालों ने वसूली के लिए कुछ प्राइवेट लोग भी रखे थे. यह प्राइवेट लोग बाकायदा दो शिफ्टों में काम करते थे. विधायक ने अवैध वसूली की यह करतूत खुद अपनी आँखों से देखने के बाद इस मामले की शिकायत इलाहाबाद जोन के आईजी से की थी.
चार पुलिस वालों को कर दिया लाइन हाजिर
आईजी के निर्देश पर एसएसपी शलभ माथुर ने जांच कराकर चौकी इंचार्ज के साथ ही यहां नियुक्त चौदह सिपाहियों और चौकी से सम्बद्ध डायल हंड्रेड की गाड़ी पर चलने वाले चार पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया है. एसएसपी ने यह आदेश भी जारी किया है कि जांच पूरी न होने तक इन्हे कोई अहम ज़िम्मेदारी न दी जाए.
एसएसपी शलभ माथुर के मुताबिक़ जांच के बाद रिपोर्ट आने पर इन उन्नीस पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने समेत दूसरी लीगल कार्रवाइयां भी की जाएंगी. फोन पर की गई बातचीत में बीजेपी विधायक शीतला पटेल ने बताया कि उन्हें कई बार शिकायत मिली, जिस पर उन्होंने खुद भी जांच की और शिकायत सही मिलने पर आईजी को इस बारे में जानकारी दी.