Amarnath Yatra: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की समीक्षा करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की. इसमें उन्होंने यात्रियों की जरूरत के हिसाब से श्रीनगर में विमान सेवाएं बढ़ाने समेत कई निर्देश दिए. अमित शाह ने मंगलवार को अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी. इसके साथ ही, 6 हजार फुट से ऊपर की ऊंचाई पर 100 बेड हॉस्पीटल बनाने को भी कहा गया है. रास्ते में यात्रियों के रुकने के लिए टेंट सिटी की व्यवस्था की जाए.
साथ ही, भूस्खलन से आई आपदा से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं. रास्ते में प्रकाश के लिए पूरी व्यवस्था का इंतजाम करने के भी निर्देश दिए गए.यह बैठक दो चरण में हुई. पहले चरण में करीब 45 मिनट तक बैठक चली. इसमें लॉजिस्टिक्स को लेकर बैठक हुई थी. वहां पर स्वास्थ्य.. सड़क ..संचार को लेकर क्या-क्या काम चल रहे हैं और कब तक पूरे हो जाएंगे, इस पर चर्चा की गई.
इस बैठक में अमित शाह के अलावा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव एके भल्ला, सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह समेत बीएसएफ और गृह मंत्रालय के कई अधिकारी शामिल हुए. हर साल होने वाली अमरनाथ तीर्थ यात्रा का आयोजन दो साल के अंतराल के बाद किया जा रहा है. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते बीते दो सालों से इस यात्रा को स्थगित कर दिया गया था. इस बार अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होने वाली है. जिसकी सुरक्षा की समीक्षा को लेकर अमित शाह ने इस हाई लेवल मीटिंग को बुलाया.
सुरक्षाबलों ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. लेकिन कश्मीर में बीते कुछ दिनों के दौरान हुई घटनाओं ने यात्रा की सुरक्षा को लेकर सुरक्षाबलों को और भी अधिक सचेत रहने के लिए विवश कर दिया है. गौरतलब है कि घाटी में आतंकी जिस प्रकार से पुलिस और आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं. जिससे कि आतंकवादी कश्मीर में खौफ का माहौल बना सके. हाल ही में घाटी में कश्मीरी पंडित समुदाय के राहुल भट्ट की उनके ऑफिस में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद घाटी में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ. जिसके बाद से कश्मीर में अल्पसंख्यकों को अपनी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है.
कई बड़े फैसले होने की उम्मीद
हर साल अमरनाथ यात्रा में शामिल होने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं. इस बार ये यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलेगी. यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को निशाना बनाए जाने की वारदात और आतंकी गतिविधियों पर रोकथाम के लिए इस बैठक में कई अहम फैसले लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. हांलाकि यात्रा के शुरू होने से पहले ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरे इलाके में अभी से अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है. यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के मद्देनजर ड्रोन, एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी किया जाएगा. इसके अलावा पूरे इलाके पर सीसीटीव कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी.
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