कोरोना संकट के बीच चीन में 21 मई से शुरु होगी अहम राजनीतिक बैठक, कई प्रस्तावों पर होनी है चर्चा
इस बैठक के 21 मई को होने वाले उद्घाटन सत्र के लिए चीन ने विदेश राजनयिकों को भी आमंत्रित किया है. साथ ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए भी बैठक के दौरान कवरेज के दरवाजे खोले हैं.
चीन में सरकार की शीर्ष राजनीतिक सलाहकार संस्था चाइना पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कॉन्फ्रेंस (CPPCC) की अहम वार्षिक बैठक 21 से 27 मई के बीच बीजिंग में होने जा रही है. कोरोना संकट के दौरान हो रही यह चीन की सबसे बड़ी राजनीतिक बैठक है. इस बैठक में होने वाले फैसले दुनिया भर में कोरोना वायरस को लेकर सवालों में घिरे चीन की आगे की रणनीति का खाका पेश करेंगे.
इस बैठक के 21 मई को होने वाले उद्घाटन सत्र के लिए चीन ने विदेश राजनयिकों को भी आमंत्रित किया है. साथ ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए भी बैठक के दौरान कवरेज के दरवाजे खोले हैं. बैठक से एक दिन पहले घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मीडिया से रूबरू हुए CPCCC प्रवक्ता गुओ विमिन ने बताया कि कोरोना वायरस संकट के चलते यह बैठक निर्धारित अवधि के मुकाबले चार दिन छोटी होगी.
गुओ वेमिन के मुताबिक बैठक में चीन के नागरिकों के लिए नए सिविल कोड पर चर्चा होनी है. इसके अलावा चीन के खरीद ब्यूरो और पीपल्स कोर्ट के कामकाज पर भी रिपोर्ट पेश की जाएगी. इस बैठक को शुक्रवार को राष्ट्रपति जिनपिंग संबोधित करेंगे. गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच हो रही इस बैठक को चीन ने वीडियो कांफ्रेंस से करने की बजाए बाकायदा प्रतिनिधियों को बीजिंग बुलाकर आयोजित करने का फैसला किया है. इस बैठक के लिए बड़ी संख्या में चीन के विभिन्न प्रांतों के प्रतिनिधि बीजिंग पहुंच गए हैं.
जिनेवा में हुए विश्व स्वास्थ्य सभा में कोरोना वायरस के स्रोत की अंतरराष्ट्रीय जांच पर हुए फैसले के बाद हो रही CPPCC बैठक चीन में जंगली जानवरों के खाने पर रोक लगाने के प्रस्ताव पर भी मंथन करेगी. वीमिन ने बताया कि CPPCC की उप समिति इस बाबत काम कर रही है कि लोगों को जंगली जानवरों को नागरिक आहार से बाहर किया जाए. इस बारे में एक मसौदा प्रस्ताव भी पेश किया जाएगा.
गौरतलब है कि कोविड-19 बीमारी का कारण बने नोवल कोरोना वायरस के इंसानी शरीर में दाखिल होने के लिए चमगादड़ों को भी कारण माना जा रहा है जो चीन के कुछ बाजारों में बेचे जाते हैं. हालांकि, अभी इस बात की कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं है कि.
इस बीच बैठक से पहले शी जिंगपिंग ने आधिकारिक भोज कार्यक्रमों में शाकाहारी व्यंजन रखे जाने की मांग की है. चीनी सरकारी मीडिया के मुताबिक जिंगपिंग शाकाहारी भोजन को बढ़ावा देने के लिए एक प्रस्ताव भी CPPCC के सामने रखेंगे. उनका कहना है कि सरकारी रोक के बावजूद अब भी कई बार जंगली जानवरों का मांस आधिकारिक भोज कार्यक्रमों में कई बार परोसा जाता है.
चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी की CPPCC एक राजनीतिक सलाहकार संस्था है जो राजनीति, अर्थव्यवस्था और सामाजिक मामलों से संबंधित प्रस्तावों को उठाती है. इसकी देश भर में क्षेत्रीय समितियां और एक राष्ट्रीय समिति है, जो चीन की शीर्ष राजनीतिक सलाहकार संस्था है.
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