कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन अभी से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अपने दो दिसवीय दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंच गए हैं. वे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की तैयारियों का जायजा लेंगे. अमित शाह का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में इस्तीफों की झड़ी लगी है. पिछले 48 घंटों में टीएमसी के पांच नेता पार्टी से इस्तीफा चुके हैं. इसमें चार विधायक हैं और एक पार्टी के नेता हैं.


इस्तीफा देने वाले विधायकों में पहला नाम नाम पूर्वी मिदनापुर की नंदीग्राम सीट से विधायक शुभेंदु अधिकारी का है. वे ममता बनर्जी के सबसे करीबी माने जाते थे. दूसरा नाम जितेंद्र तिवारी का है. ये पश्चिम बंगाल की पांडाबेश्वर सीट से विधायक चुने गए थे. वे पार्टी में पश्चिमी बर्धमान के जिला अध्यक्ष भी थे. तीसरा नाम शीलभद्र दत्ता का है. ये 24 परगना जिले से बैरकपुर से विधायक हैं. इन्होंने आज पार्टी से इस्तीफा दिया है. चौथा नाम उत्तरी काठी से विधायक बनाश्री मैती का है. इन्होंने भी टीएमसी की प्राथमिक सदस्या से इस्तीफा दे दिया है. टीएमसी के अल्पसंख्यक सेल में महासचिव कबिरुल इस्लाम ने भी इस्तीफा दे दिया.





शनिवार को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं शुभेंदु अधिकारी


शुभेंदु अधिकारी 19 दिसंबर को वह अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं. पश्चिम बंगाल के पूर्व परिवहन मंत्री और ममता बनर्जी के बाद तृणमूल कांग्रेस के दूसरे नंबर के नेता रहे शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार (17 दिसंबर) को सत्तारूढ़ दल से पूरी तरह से अपने रिश्ते खत्म कर लिये. मंत्री एवं तमाम सरकारी पदों से पहले ही इस्तीफा दे चुके शुभेंदु ने 16 दिसंबर को विधानसभा की सदस्यता और 17 दिसंबर को आखिरकार तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया.


शुभेंदु अधिकारी के अलावा तमलुक से सीपीआई विधायक अशोक डिंडा, हल्दिया से सीपीआई विधायक तापसी मंडल, बैरकपुर से टीएमसी विधायक शीलभद्र दत्ता समेत टीएमसी और सीपीआइ के 100 से ज्यादा राज्य और जिला स्तर पदाधिकारी गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम सकते हैं.


शनिवार की शाम को कोलकाता में अमित शाह ने सभी सातों प्रभारियों की बैठक बुलाई है. गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल चुनाव के लिए 7 मंत्रियों की कमेटी बनाई है. सात मंत्रियों को क्षेत्र के हिसाब से पश्चिम बंगाल चुनाव के अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है. केंद्र में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मुंडा, संजीव बालियान और मनसुख मांडवीया के अलावा उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा शामिल हैं. इन सभी को पश्चिम बंगाल के चुनाव के अलग-अलग क्षेत्रों की कमान सौंपी गई है.


बीजेपी का टीएमसी पर निशाना


बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस उन नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसा रही है जो तृणमूल छोड़ कर बीजेपी में आए हैं. उन्होंने कहा, “लेकिन जब से अर्जुन सिंह और मैं बीजेपी में शमिल हुए हैं, मेरे खिलाफ 55 मामले दर्ज हुए और उनके (अर्जुन) खिलाफ 65 मामले दर्ज हुए. अर्जुन के बेटे पर भी झूठे मामले दर्ज किये गए.” रॉय ने कहा, “यह (तृणमूल) बदला लेने वाली सरकार है जो अगले विधानसभा चुनाव में हारेगी.”


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