आंध्र प्रदेश सरकार के अनुसार शनिवार को बाढ़ की घटनाओं की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. वहीं कडप्पा और चित्तूर जिलों में भीषण बाढ़ के कारण अब भी कई लोग लापता हैं. आंध्र प्रदेश सरकार के अधिकारियों के अनुसार अब भी 30 लोग लापता हैं. अनंतपुरामु जिले के कादिरी शहर में घर ढहने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है. बचाव अभियान में लगे अधिकारियों को आशंका है कि मलबे में कुछ अन्य लोग भी दबे हो सकते हैं. मुख्यमंत्री वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी ने कडप्पा, अनंतपुरामु और चित्तूर जिलों में क्षति का आकलन करने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया.
सरकार ने बाढ़ में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ से नेल्लोर जिला भी काफी प्रभावित हुआ है. जहां पेन्नार नदी के जलस्तर में बढोत्तरी के के कारण शनिवार को कई गांव जलमग्न हो गए. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एसपीएस नेल्लोर जिले में हजारों लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है. बाढग्रस्त जिलों में बचाव और राहत अभियान के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. आंध्र प्रदेश में आई इस बाढ़ से सामान्य जन-जीवन पूरी तरह से अस्त- व्यस्त हो गया है.
जहां बाढ़ ने कई जगहों पर सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. वहीं, इस बाढ़ की वजह से रेल, सड़क और हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार कडप्पा एयरपोर्ट 25 नवंबर तक बंद रहेगा. बारिश की वजह से तमिलनाडु और केरल में भी व्यवधान पैदा हुआ है. केरल के पथानामथिट्टा जिले में, पंबा नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण कल पंबा और सबरीमाला की तीर्थयात्रा पर रोक लगा दी गई है.