लखनऊः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में कोरोना का कहर जारी है. एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर शोएब जहीर की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. उनके परिवार के सदस्य के अनुसार 56 वर्षीय प्रोफेसर जहीर की मौत दिल्‍ली के एक अस्पताल में हुई. एएमयू में पिछले तीन सप्ताह में कोरोना से 17 सीनियर फैकल्टी मेंबर्स की जान चली गई. यूपी के सीएम योगी ने मंगलवार को यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से इस बारे में बात की. 


गोल्ड मेडलिस्ट थे प्रोफेसर जहीर
प्रोफेसर जहीर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा विभाग के दूसरे वरिष्ठ संकाय सदस्य हैं, जो कोविड का शिकार हुए. प्रोफेसर जहीर स्वर्ण पदक विजेता थे और 1992 में एएमयू के शिक्षण स्टाफ में शामिल हुए थे. पिछले हफ्ते चिकित्‍सा विभाग के प्रमुख प्रोफेसर शादाब खान का जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में निधन हो गया था. एएमयू के कुलपति प्रोफ़ेसर तारिक मंसूर ने प्रोफेसर जहीर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व की चर्चा की.



सीएम ने कुलपति से की बात
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मंगलवार को एएमयू के कुलपति से फोन पर बात कर यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों और वहां कार्यरत चिकित्सकों व अन्य कार्मिकों का हालचाल जाना. यूनिवर्सिटी के कई प्रोफेसर की मौत की खबरों पर सीएम ने संज्ञान लिया. सीएम ने कहा कि यूनिवर्सिटी परिसर में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं, इन्हें कोविड से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किए जाने चाहिए. सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में वैक्सीनेशन की अहम भूमिका है. वर्तमान में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण भी शुरू हो गया है. उन्होंने कुलपति से कहा कि इस टीकाकरण में प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन पूराा सहयोग करेगा. 



कुलपति ने आईसीएमआर को लिखी चिट्ठी
एएमयू में शिक्षकों, सेवानिवृत्त शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की कोविड-19 और उसके लक्षणों से होने वाली मौतों से चिंतित कुलपति प्रोफेसर मंसूर ने रविवार को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक को चिट्ठी लिखकर यूनिवर्सिटी और उसके आसपास के वातावरण में वायरस के वैरिएंट की जांच कराने का अनुरोध किया था. आईसीएमआर के महानिदेशक को रविवार को भेजे गये पत्र में कुलपति प्रोफेसर मंसूर ने आशंका व्यक्त की है कि एएमयू परिसर और आसपास के इलाकों में कोरोना वायरस के एक विशेष वैरिएंट से होने वाले संक्रमण के कारण मौतें हो रही हैं.