नई दिल्ली: हैदराबाद में नागरिकता संबंधी सबूत मांगने पर AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए हैं. उन्होंने UIDAI पर हमला बोलते हुए कहा कि आधार अधिकारियों को ऐसा करने का कानूनी अधिकार नहीं है. असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना पुलिस को भी लोगों को परेशान ना करने की हिदायत दी है. हैदराबाद सांसद ने आरोप लगाया कि यहां 127 लोगों से नागरिकता संबंधी सबूत मांगे गये थे.
कई ट्वीट कर ओवैसी ने बोला हमला
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीटर पर लिखा, "तेलंगाना पुलिस और UIDAI को लोगों के आधार संबंधी जानकारी हासिल करने के लिए तलाशी अभियान के नाम पर परेशान करने से रुक जाना चाहिए. ऐसा करना उनके कानूनी क्षेत्र से बाहर है"
UIDAI ने नागरिकता संबंधी मांगे थे सबूत
बता दें कि मंगलवार को UIDAI ने पुराने हैदाराबाद इलाके में रहनेवाले एक शख्स से नागरकिता साबित करने को कहा था. सत्तार खान नाम के शख्स को नोटिस जारी कर कहा गया था कि उन्होंने धोखाधाड़ी कर आधार कार्ड बनवा लिया है. नोटिस में सत्तार खान को आदेश दिया गया था कि आधार दफ्तर में आकर सारे दस्तावेज के साथ अपनी नागरिकता साबित करें. घटना के सामने आने के बाद वकीलों के एक समूह ने दावा किया कि हैदराबाद में करीब एक हजार लोगों को नोटिस भेजा गया है.
UIDAI ने अपनी सफाई में दी जानकारी
ट्विटर पर असदुद्दीन ओवैसी के कई ट्वीट के बाद UIDAI ने सफाई दी है. उसने कहा है कि विवाद का संबंध नागरिकता कानून से नहीं है बल्कि पुलिस रिपोर्ट के आधार पर नोटिस भेजी गयी थी. पुलिस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि आधार कार्ड फर्जी दस्तावेज के जरिए बनवा लिये गये हैं.
UIDAI ने आगे कहा, "हैदराबाद आधार के क्षेत्रीय कार्यालय को तेलंगाना पुलिस की तरफ से 127 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भेजी गई थी. जिसमें दावा किया गया था कि 127 लोगों ने धोखाधड़ी कर आधार कार्ड बनवाए हैं. शुरुआती जांच में सामने आया कि सभी लोग अवैध आप्रवासी हैं. ऐसे लोगों को आधार नंबर हासिल करने की मान्यता नहीं है."
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