आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं. वह देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. उन्हें दोनों सदनों में बहुमत हासिल हुआ और तीन प्रांतों में भी उन्हें भारी बहुमत मिला. जरदारी की पत्नी और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद उन्हें लगभग एक दशक तक जेल में रहना पड़ा.


आसिफ अली जरदारी ने राष्ट्रपति चुनाव में भारी बहुमत हासिल किया और आसानी से जीत हासिल की. संसद के दोनों सदनों और देश का चार में तीन प्रांतों की विधानसभा में उन्हें बहुमत मिला. आसिफ अली जरदारी कुल 411 वोट हासिल करने में सफल रहे. वहीं, उनके प्रतिद्वंद्वी महमूद अचकजई को सिर्फ 181 वोट ही मिले.


नतीजे आने से पहले ही जश्न मनाने लगे समर्थक


पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के समर्थक चुनाव के आधिकारिक नतीजे आने से पहले ही जश्न मनाने लगे थे. जरदारी की दोनों बेटियों ने उनके पिता की जीत पर पाकिस्तान पीपल्स पार्टी को बधाई दी. जरदारी भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप में 11 साल तक जेल में रहे थे, जबकि वह कभी भी दोषी नहीं पाए गए. अब उनका राष्ट्रपति बनना राजनीति में उनकी वापसी का प्रतीक है. यह उनके राजनीतिक करियर को नया जीवन देगा.


दूसरी बार बने पाकिस्तान के राष्ट्रपति


आसिफ अली जरदारी दूसरी बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने हैं. इससे पहले 2008 से 2013 के बीच उन्होंने पाकिस्तान के 11वें राष्ट्रपति के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं. वह पाकिस्तान के पहले राष्ट्रपति हैं, जो लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित हुए थे और सफलतापूर्क अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद अगले राष्ट्रपति को कार्यभार सौंपा. बेनजीर भुट्टो सरकार में उन्होंने कई अहम भूमिकाएं निभाई थीं. हालांकि, सरकार गिरने के बाद उन पर कई गंभीर आरोप लगे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

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