Assembly Election Results 2022: पांच राज्यों के चुनावी समर का आज परिणाम आने वाला है और देश की राजनीति में आज का दिन नया अध्याय लिखने वाला है. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अगले 5 सालों तक राज्य की सत्ता पर कौन काबिज होगा ये आज साफ हो जाएगा. उत्तर प्रदेश का चुनावी रण सबसे ज्यादा चर्चा में है और यहां बीजेपी और सपा, बसपा, कांग्रेस के बीच टक्कर का फाइनल आज है.
एबीपी न्यूज पर चुनावी नतीजों से पहले ही हम राजनीतिक विश्लेषकों और जानकारों का नजरिया और पूर्वानुमान लेकर आ रहे हैं कि आज काउंटिंग के बाद क्या हो सकता है और पांचों राज्यों में नतीजों की कैसी तस्वीर देखने को मिल सकती है.
CSDS के प्रोफेसर अभय दुबे
अभय दुबे का कहना है कि एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक ऐसा नहीं लग रहा है कि बीजेपी को सरकार बनाने में बहुत परेशानी होने वाली है या वो सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो पाएगी. या तो 250 + सीटें मिलेंगी या उसकी स्थिति वैसी होगी जो 1993 में कल्याण सिंह की सरकार की हुई थी और पौने दो सौ सीटें रह जाएंगी. अखिलेश यादव की स्थिति उस तरह की हो सकती है जैसे बिहार में तेजस्वी की हुई थी.
वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह
प्रदीप सिंह का कहना है कि उत्तराखंड और गोवा में में स्थिति फंसी हुई या टक्कर में है और वहां 1-2 सीटों के आगे-पीछे रहने के आधार पर सरकार बनाने का स्थिति हो सकती है. पंजाब में आम आदमी पार्टी निश्चित रूप से आगे रहेगी लेकिन ये कहना मुश्किल है कि वो बहुमत को हासिल कर पाएगी या नहीं. मणिपुर में बीजेपी क्लीप स्वीप कर सकती है. उत्तर प्रदेश की जहां तक बात है वहां बीजेपी 300 के पार सीटें ला सकती है और बड़े मार्जिन से सीटें हासिल कर सकती है.
राजनीतिक विश्लेषक फिरोज बख्त अहमद
राजनीतिक विश्लेषक फिरोज बख्त अहमद का कहना है कि एक्जिट पोल के नतीजों के आधार पर ही सारी राय बनाना उचित नहीं होगा क्योंकि अक्सर देखा गया है कि एग्जिट पोल के परिणामों से उलट असली परिणाम आ जाते हैं और चौंका जाते हैं. इस समय जनता का मन पढ़ना काफी कठिन है और इस बार असली परीक्षा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है. मेरा मानना है कि उन्होंने जो काम किया है उसका असर दिखेगा और चुनावी नतीजे उनके पक्ष में आ सकते हैं.
राजनीतिक विश्लेषक मनीषा प्रियम
भारत जैसे लोकतंत्र में मिनी चुनाव हुए हैं और पांचों राज्यों में सरकार के लिए कड़ी परीक्षा का आज नतीजा आने वाला है. उत्तर प्रदेश के लिए ही नहीं बल्कि अन्य चारों राज्यों के लिए भी मेरा अनुमान है कि एग्जिट पोल के नजदीक की तस्वीर ही सामने आ सकती है.
वरिष्ठ पत्रकार अतहर हुसैन
वरिष्ठ पत्रकार अतहर हुसैन का कहना है कि बहुत समय बाद ही बाय पोलर चुनावी नतीजे आने वाले अगर बीजेपी जीतती है तो वो 300 के पार सीटें ला सकती है और अगर नहीं जीतीती है तो 150 के आसपास सिमट सकती है. बीच का रास्ता आता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. कई राजनीतिक विशेषज्ञों ने ये हालात उत्तर प्रदेश में पहले नहीं देखे हैं.
चेतन भगत-लेखक
जानेमाने लेखक चेतन भगत का कहना है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार को दोबारा बहुमत मिल सकता है, ऐसा एग्जिट पोल के नतीजों से लग रहा है लेकिन पंजाब की जनता कैप्टन अमरिंदर सिंह से बहुत निराश है. कैप्टन को पंजाब की सत्ता दी गई लेकिन वो अपने राज्य के लिए कुछ खास नहीं कर पाए. पंजाब की जनता इसलिए सवाल पूछ रही है कि जब कैप्टन को कुर्सी पर बैठाया था तो उन्होंने कुछ कारगर क्यों नहीं किया.
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