अमेरिका में गांजे के शौक़ीन लोगों में उस समय ख़ुशी की लहर दौड़ गई जब अमेरिका की हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स ने गांजे को कानून से बाहर करने के लिए अपना वोट दिया. साल 1970 में गांजे को नियंत्रित तत्व की लिस्ट में शामिल किया गया था. अगर ये कानून होता है तो गांजे का इस्तेमाल गैर-कानूनी नहीं रह जाएगा. आपको बता दें कि अमेरिका के कई राज्यों ने गांजे के प्रयोग की अनुमति दे दी है. उनका मानना है कि इससे दवा बनाने में काफी मदद मिलेगी.
ऐसा पहली बार हो रहा है जब चैम्बर ऑफ़ कांग्रेस ने गांजे पर से प्रतिबंध हटाने के लिए अपना मत प्रदान किया हो. वहीं, रिपब्लिकन रिप्रेजेंटेटिव डेबी लेस्को ने डेमोक्रेट्स के इस कदम को निराधार बताया है. उनका कहना है कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है लेकिन फिलहाल कोरोना वैक्सीन बनाने पर जोर देने की जरूरत है लेकिन यहां पूरा फोकस गांजे पर है.
रिपब्लिकन के कई सांसद कर रहे विरोध
जानकारी के लिए बता दें कि रिपब्लिकन के कई सांसद इस कानून का विरोध भी कर रहे हैं. उनका मानना है कि इस कानून के लागू होने के बाद कई लोगों को नशे की लत लग जाएगी. साथ ही बड़े पैमाने पर गांजे की तस्करी भी की जाएगी. इस कानून के लागू होने के बाद अपराध भी बढ़ने की संभावना है. हालांकि, जब तक डेमोक्रेट्स जार्जिया सीनेट की दोनों सीटें नहीं जीत लेते तब तक इस कानून को लागू नहीं किया जाएगा. फिलहाल इस विषय पर बहस जारी है.
पक्ष में उतरे अर्ल ब्लूमेनॉयर
बहस के दौरान एक डेमोक्रेट और कांग्रेस के कैनबिस कॉकस के सह अध्यक्ष अर्ल ब्लूमेनॉयर ने कहा कि अगर ये कानून लागू होता है तो उन लोगों को इसका फायदा होगा जो गांजे पर प्रतिबंध लगने के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे. उनका मानना है कि गांजे से प्रतिबंध हटने से ना सिर्फ राजस्व बढ़ेगा बल्कि उन लोगों को भी फायदा पहुंचेगा जो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. उनका मानना है कि इस प्रतिबंध को जल्द से जल्द हटा दिया जाए.
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