नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक की लहर भारत में ही नहीं देश से बाहर भी है. बांग्लादेश ने प्रणब दा की मृत्यु पर एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. बांग्लादेश सरकार के मुताबिक 2 सितंबर को प्रणब मुखर्जी के देहावसान पर एक दिनी शोक होगा. इस दिन राष्ट्रीय ध्वज भी झुका रहेगा. इससे पहले भारत में पहले ही पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक की घोषणा की जा चुकी है. मुखर्जी का अंतिम संस्कार 1 सितंबर की दोपहर 2 बजे दिल्ली में किया जाएगा.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपने देश की जनता की तरफ से शोक संवेदना व्यक्त की. प्रधानमंत्री हसीना ने लिखा कि प्रणब मुखर्जी बांग्लादेश के सच्चे मित्र थे और बांग्लादेशी लोगों का बहुत प्यार, सम्मान उन्हें हासिल था. उन्हें 2013 में बांग्लादेश मुक्तियुद्ध सम्मान दिया गया था.
बांग्लादेश के साथ प्रणब मुखर्जी का एक खास नाता उनकी पत्नी सुर्वा मुखर्जी के कारण था. दिवंगत सुर्वा मुखर्जी का जन्म जसोर में हुआ था जो अब बांग्लादेश में है. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक जताते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा. पुतिन ने कहा कि प्रणब मुखर्जी ने भारत- रूस सम्बन्धों की बेहतरी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था.
सार्वजनिक जीवन में विस्तृत अनुभव रखने वाले प्रणब मुखर्जी के देश-विदेश में व्यापक सम्पर्कों कप देखते हुए भारतीय दूतावासों में भी व्यवस्था की जा रही है ताकि लोग अपने शोक संदेश भेक सकें.
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