नई दिल्लीः पिछले दिनों सीबीएसई ने कोरोना की वजह से 12वीं की परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया था. इस फैसले के बाद  12वीं के मूल्यांकन के फार्मूला को लेकर सीबीएसई समेत केंद्र सरकार लगातार मंथन कर रही है. इसे लेकर गुरुवार को सीबीएसई ने देश के कई छात्रों, अभिभावकों और अध्यापकों के साथ वर्चुअली संवाद किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले से निर्धारित कार्यक्रम न होने के बाद भी इस वर्चुअल संवाद कार्यक्रम में जुड़े और बच्चों से परीक्षा का मूल्यांकन पर सुझाव लिए.


सूत्रों की माने तो सभी स्टेकहोल्डर्स से बात करने के बाद सीबीएसई 10वीं के फार्मूले पर ही 12वीं की परीक्षा का मूल्यांकन करने की तैयारी में है. हालांकि अंतिम फैसला सीबीएसई शुक्रवार को कर सकता है. बोर्ड छात्रों के मूल्यांकन को लेकर मंथन कर रहा है. जल्द ही यह मामला पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा. 


मूल्यांकन के लिए इन दो तरीकों पर हो रहा काम 
दरअसल सीबीएसई द्वारा 22 अप्रैल 2021 को जारी किये सर्कुलर पर गौर करें तो बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा के मूल्यांकन के लिये नई व्यवस्था का जिक्र किया है. इसके अनुसार मूल्यांकन के लिए कंपीटेंसी बेस्ड सवाल- 20%, ऑब्जेक्टिव सवाल- 20% और छोटे और बड़े सवालों के जवाब- 60% के होंगे. 12वीं के मूल्यांकन में इसी तरह सवालों के अंक जोड़े जाएंगे.लेकिन अभी तक तरीका क्या होगा? इस पर मंथन चल रहा है.



जानकारों का मानें तो सीबीएसई 12वीं के छात्रों के लिए दो तरीकों से मूल्यांकन को मंजूरी दे सकता है. पहला  9वीं, 10वीं और 11वीं की परीक्षा में मिले नंबरों के आधार पर और दूसरा 12वीं के क्वाटरली, मिड टर्म और प्री बोर्ड परीक्षाओं में मिले अंकों के आधार पर. हालांकि पूरी तस्वीर शुक्रवार को साफ हो सकती है. 


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