कोलकाता: पश्चिम बंगाल में केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के दौरे के पहले शुक्रवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को फिर से बड़ा झटका लगा. दो विधायकों शुभेंदु अधिकारी और जितेंद्र तिवारी समेत तृणमूल कांग्रेस के चार वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद शुक्रवार को बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता और कंथी उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनश्री मैती ने भी अपना इस्तीफा दे दिया.
इस बीच, विपक्षी माकपा को भी झटका लगा है क्योंकि विधायक तापसी मंडल ने पार्टी छोड़ दी है. प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने दावा किया कि करीब 10-12 विधायक, तृणमूल कांगेस और अन्य दलों के कुछ नेता भगवा पार्टी में शामिल होंगे.
सूत्रों ने बताया कि शाम के समय तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने अपने आवास पर एक बैठक में पार्टी के नेताओं से कहा कि चिंतित होने की बात नहीं है क्योंकि राज्य की जनता तृणमूल कांग्रेस के साथ है.
बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. दत्ता दो बार विधायक रह चुके हैं. दत्ता ने बताया कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को ईमेल कर अपना इस्तीफा भेज दिया है.
तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी विधायक पद से और पार्टी से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. इससे पहले उन्होंने राज्य सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. चर्चा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं. पूर्व मंत्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की घोषणा की है.
तृणमूल कांग्रेस की विधायक बनश्री मैती ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. पश्चिम बंगाल के कंथी उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से दो बार की विधायक मैती ने कहा कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को ई-मेल से अपना इस्तीफा भेज दिया है.
बहरहाल, हल्दिया से माकपा की विधायक तापसी मंडल ने कहा कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि उन्हें ‘‘लोगों के लिए काम नहीं करने दिया जा रहा था.’’ वाम मोर्चा के विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि मंडल भगवा खेमे में जुड़ने का बहाना खोज रही थीं.