Maharashtra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राहुल गांधी की ओर से वीर सावरकर पर कथित गलत टिप्पणी किए जाने पर उनपर निशाना साधा है. सीएम शिंदे ने राहुल को चेतावनी देते हुए साफ कहा है कि वीर सावरकर के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सीएम शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग हिंदू विचारक किसी भी व्यक्ति का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री ने ये बातें सावरकर स्मारक में आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं. इस दौरान मुख्यमंत्री शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा. शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र में श्रद्धेय स्वतंत्रता सेनानी का अपमान किया गया और कुछ ऐसे भी लोग थे जो इसे सहते रहे.
मुख्यमंत्री ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि सावरकर का अपमान करने वालों के प्रति एक नरम रुख अपनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सावरकर का अक्सर अपमान किया जाता रहा. उनको 'माफीवीर' कहकर संबोधित किया जाता रहा. इस कार्यक्रम में मौजूद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा. राहुल पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वह स्वतंत्रता सेनानी पर बड़ी बेशर्मी से झूठ बोलते हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सावरकर का अपमान करने वालों को उचित जवाब देंगे.
'सावरकर के बारे में कुछ नहीं जानते राहुल'
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी वीर सावरकर के बारे में कुछ नहीं जानते हैं और रोजाना झूठ बोलते हैं. उन्होंने राहुल से पूछा, ''मैं जानना चाहता हूं कि कितने कांग्रेसी नेता 11 साल तक सावरकर की तरह पीड़ित रहे. इतनी लंबी यातनाओं के बाद उन्हें आजादी मिली.'' उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग हिंदू विचारक वीर सावरकर के अपमान का सही समय पर उचित जवाब देंगे.
'भारत जोड़ो यात्रा' रोकने की मांग
कार्यक्रम में ही शिंदे गुट के लोकसभा सांसद राहुल शेवाले ने राज्य में कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' को रोकने की मांग की. उन्होंने कहा कि दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी का अपमान करने वालों की भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र में चल रही है. सावरकर का अपमान करने वालों की इस पदयात्रा को रुकना चाहिए.
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने मंगलवार को वाशिम जिले में सावरकर को अंग्रेजों के लिए काम करने वाला बताया था. उन्होंने कहा था कि सावरकर अंग्रेजों से पेंशन लेते थे और कांग्रेस के खिलाफ अंग्रेजों के लिए काम करते थे. उन्होंने कहा कि वह (सावरकर) दो-तीन साल तक अंडमान की जेल में रहे. उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दी थीं. राहुल ने सावरकर को बीजेपी और आरएसएस का प्रतीक बताया.