राहुल की यूथ ब्रिगेड पर '66' का ब्रेकर, युवाओं से वोट लेकर बुजुर्गों को सत्ता क्यों सौंप देती है कांग्रेस?
2014 के बाद से ही युवाओं के समर्थन से सरकार बनाकर बुजुर्गों को सत्ता देने में कांग्रेस सबसे आगे है. सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री बनने के बाद देश में कांग्रेस के 4 मुख्यंमत्री हो जाएंगे.
75 साल के सिद्धारमैया को कर्नाटक में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है. बेंगलुरु से दिल्ली तक 72 घंटे चली माथापच्ची के बाद कांग्रेस हाईकमान ने 61 साल के डीके शिवकुमार की दावेदारी खारिज कर दी. शिवकुमार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं और युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं.
2014 के बाद से ही युवाओं के समर्थन से सरकार बनाकर बुजुर्गों को सत्ता देने में कांग्रेस सबसे आगे है. सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री बनने के बाद देश में कांग्रेस के 4 मुख्यंमत्री हो जाएंगे. राजस्थान में अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और हिमाचल में सुखविंदर सुक्खू पहले से मुख्यमंत्री हैं.
कांग्रेस के इन चारों मुख्यमंत्रियों की औसत उम्र देखी जाए तो यह 66.6 है. पार्टी की ओर से सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (75) ही होंगे. कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी की बात करे तो बीजेपी में मुख्यमंत्रियों की औसत उम्र करीब 57 साल है.
इस स्टोरी में बीजेपी, कांग्रेस और आप शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की औसत उम्र और युवाओं के वोटबैंक के बारे में विस्तार से जानते हैं...
युवाओं से वोट लेने की बात क्यों कह रहे हैं?
सीएसडीएस-लोकनीति सर्वे के मुताबिक इस बार कर्नाटक में 18 से लेकर 45 उम्र तक के युवाओं ने कांग्रेस के पक्ष में जमकर मतदान किया है. सर्वे के मुताबिक इस वर्ग के 43 प्रतिशत युवाओं ने कांग्रेस के पक्ष में वोट डाले हैं, जबकि 37 फीसदी युवाओं ने बीजेपी को वोट दिया है.
26-35 उम्र के 46 फीसदी युवाओं ने कांग्रेस को वोट दिया है. कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी को सिर्फ इस वर्ग का 33 फीसदी वोट मिला. कांग्रेस के प्रति युवाओं की रुझान की बड़ी वजह बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का मुद्दा रहा.
कर्नाटक में कांग्रेस बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने में सफल रही. पार्टी का 'पे-सीएम और 40 फीसदी कमीशन' अभियान ने चुनाव के दौरान खूब सुर्खियां बटोरी. बेलगावी की रैली में राहुल गांधी ने बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया था और कांग्रेस की सरकार को युवाओं की सरकार बताया था.
कर्नाटक ही नहीं, कांग्रेस आगामी राज्यों और लोकसभा के चुनाव में भी युवाओं को केंद्र में रखकर ही रणनीति बनाने की तैयारी में है. देश की कुल आबादी का 34 फीसदी संख्या युवाओं की है.
2019 के डेटा के मुताबिक भारत में मतदाताओं की कुल संख्या 94.5 करोड़ थी. इनमें से 4.5 करोड़ मतदाताओं ने पहली बार मतदान किया था. युवाओं को साधने के लिए कांग्रेस बीजेपी के नरेंद्र मोदी के मुकाबले राहुल और प्रियंका गांधी को अक्सर आगे करती है.
भारत युवाओं का देश, जनसंख्या की औसत आयु 28
यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड ने हाल ही में आबादी को लेकर एक आंकड़ा जारी किया था. इसके मुताबिक भारत की कुल आबादी 142 करोड़ 86 लाख हो गई है. यूएनपीएफ ने दावा करते हुए कहा कि भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है.
यूएनपीएफ ने अपने डेटा में दावा करते हुए कहा कि भारत की जनसंख्या की औसत आयु 28.2 वर्ष है, जो चीन से 10 साल कम है. भारत में राज्यावर बात करे तो कर्नाटक में जनसंख्या की औसत आयु 26 साल है. राजस्थान में यह आंकड़ा 22 के करीब है.
देश को युवा मुख्यमंत्री देने में कांग्रेस काफी पीछे
2018 के बाद अब तक खुद की बदौलत कांग्रेस राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में सरकार बनाने में सफल रही है. हालांकि, ऑपरेशन लोटस और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत की वजह से अब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं है.
राजस्थान में 72 साल के अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं, जबकि 61 साल के भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं. कांग्रेस कोटे से हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सुक्खू सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं. सुक्खू की उम्र 59 साल है.
कांग्रेस मुख्यमंत्रियों की औसत उम्र की बात करे तो यह 66 साल से अधिक है. 2018 में मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने 71 साल के कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया था.
बीजेपी के 10 मुख्यमंत्रियों की औसत उम्र 57 साल
देश में बीजेपी के 10 मुख्यमंत्री हैं, जिनकी औसत उम्र करीब 57 साल हैं. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक साहा बीजेपी के सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री हैं. साहा की उम्र 70 साल है. बीजेपी की ओर से 43 साल के पेमा खांडू सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं.
इसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की उम्र 47 साल है. गोवा के प्रमोद सावंत और उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यानथ की उम्र 50-50 साल है. असम के हिमंत बिस्वा सरमा 54 साल के हैं, जबकि गुजरात के भूपेंद्र भाई की उम्र 60 और एन वीरेन सिंह की 62 साल है.
मध्य प्रदेश के चार बार से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उम्र 64 और हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर की उम्र 69 साल है. बीजेपी ने 2021 में 78 साल के बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था.
आप के मुख्यमंत्रियों की औसत उम्र सबसे कम
राष्ट्रीय पार्टी आप की 2 राज्यों (दिल्ली और पंजाब) में सरकार है. दिल्ली में 54 साल के अरविंद केजरीवाल और पंजाब में 49 साल के भगवंत मान मुख्यमंत्री हैं. दोनों की औसत उम्र 51 के करीब है. बीजेपी और कांग्रेस के मुकाबले आप के मुख्यमंत्रियों की औसत उम्र सबसे कम है.
हेमंत-कोनराड सबसे कम तो विजयन सबसे उम्रदराज सीएम
अन्य पार्टियों की बात करे एनपीपी के कोनराड संगमा (45) मेघालय के मुख्यमंत्री हैं. 47 साल के हेमंत सोरेन झारखंड और 50 साल के जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. सिक्कीम के प्रेम सिंह तमांग की उम्र भी 54 साल है.
सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री की बात करे तो केरल के पी विजयन हैं. सीपीएम कोटे से मुख्यमंत्री बने विजयन की उम्र 79 साल है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उम्र 72 साल है, जबकि 68 साल की ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की कुर्सी संभाल रही हैं.
बुजुर्गों को सत्ता सौंपने में कांग्रेस आगे क्यों, 2 प्वॉइंट्स...
1. कांग्रेस आलाकमान या टॉप पोस्ट पर 1980 बैच यानी की इंदिरा गांधी के जमाने के नेताओं का दबदबा है. इनमें मल्लिकार्जुन खरगे, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अशोक गहलोत, अंबिका सोनी, पवन बंसल का नाम प्रमुख है. जब भी मुख्यमंत्री बनाने की बात आती है, तो इन नेताओं का वीटो लग जाता है. वीटो लगने की वजह से ही इन नेताओं के चहेते को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी जाती है.
2. केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं है. इसलिए जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनती है, वहां पार्टी को ऑपरेशन लोटस का डर सताने लगता है. यही वजह है कि पार्टी सत्ता वाले राज्य में समझौता का फॉर्मूला लागू करती है. फॉर्मूले के तहत सीनियर नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाता है, जबकि जूनियर नेता को कैबिनेट में नंबर-2 का पोस्ट दे दिया जाता है.