जम्मू: जम्मू कश्मीर सरकार ने दावा किया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने और संक्रमित व्यक्तियों के पता लगाने के लिए चलाये जा रहे मज़बूत अभियान के कारण ही अब तक प्रदेश में 62 पॉजिटिव मामलो का पता लग पाया है. इसके साथ ही सरकार ने यह भी दावा किया है कि जम्मू कश्मीर का इस वायरस का पता लगाने के लिए परिक्षण दर देश में दूसरे नंबर पर है.


जम्मू में मीडिया से बात करते हुए सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा कि जम्मू में बुधवार तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या 62 है. उन्होंने कहा कि इन मामलो में से 58 कोरोना वायरस के सक्रिय मामले है - जिनमे से 48 कश्मीर घाटी जबकि 10 जम्मू संभाग में है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 17041 संदिग्ध मामलों की निगरानी की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह गतिशील प्रक्रिया है और जो लोग अपने क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर रहे है उन्हें घर भेजा जा रहा है और नए संदिग्ध मामलों को क्वारंटाइन केंद्रो में भेजा जा रहा है.


रोहित कंसल, जिनके पास प्रदेश के प्रिंसिपल सचिव योजना का पदभार भी है, ने दावा किया कि प्रदेश के लोगो की चिंता लगातार बढ़ रहे पॉजिटिव मामलो से बढ़ रही है. उन्होंने दावा किया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने और संक्रमित व्यक्तियों के पता लगाने के लिए सरकार ने मज़बूत अभियान चलाया है, जिसके चलते यह नतीजे सामने आ रहे है. उन्होंने यह भी दावा किया कि कोरोना वायरस के कई पॉजिटिव व्यक्तियों का पता पुलिस और प्रसाशन द्वारा चलाए जा रहे इसी मज़बूत अभियान के चलते चला है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने 2000 ऐसे मामलो का भी इसी अभियान के चलते पता लगाया है, जो इन संक्रमित मरीज़ों के संपर्क में आये थे. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने यह आदेश भी जारी कर दिए है कि कोरोना वायरस से संक्रमित या उसके संपर्क में आने वाले हर शख्स का पता लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिन इलाको में संक्रमण का अधिक खतरा है उन इलाको में लोगो की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गयी है.


उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में इस वायरस का पता लगाने के लिए परीक्षण दर लगभग 77.5 मिलियन है, जो देश में सबसे अधिक है और केरल के बाद है. उन्होंने कहा कि हमने इसे और बढ़ाने का फैसला किया है.


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