पटना: कोरोना महामारी की वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि विशेष बस से लोगों को भेजना एक गलत कदम है. उन्होंने कहा कि इससे बीमारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम और उससे निबटना सबके लिए मुश्किल होगा. जो जहां हैं उनके लिये रहने खाने की व्यवस्था वहीं की जा रही है. यह फैसला लॉकडाउन को पूरी तरह फेल कर देगा. नीतीश कुमार ने सुझाव दिया कि स्थानीय स्तर पर ही कैम्प लगाकर लोगों के रहने और खाने का इंतजाम किया जाए.
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर से हजारों की संख्या में लोग अपने घर जाने के लिए पैदल निकल रहे हैं. इसे देखते हुए यूपी सरकार ने 200 बसों का इंतजाम किया है, ये बसें नोएडा-गाजियाबाद से हर दो घंटों में रवाना होंगी. इन बसों में ज्यादातर पूर्वांचल और बिहार के यात्री हो सकते हैं. कई दिनों से परेशानी झेल रहे इन यात्रियों के लिए राहत वाली बात हो सकती है लेकिन सच्चाई ये भी है कि इन यात्रियों में अगर कोई भी संक्रमित हुआ तो बड़ी दिक्कत खड़ी हो सकती है.
लॉकडाउन में ऐसी मार्मिक तस्वीरें आम हो गई हैं, जिनमें अपने घर से बाहर रह रहे बिहार के बेबस मज़दूरों के पास खाने के भी लाले पड़ गए हैं. कई मज़दूर तो बड़े शहरों को छोड़कर अपने गावों की ओर पैदल ही बढ़ चले हैं. अब मुसीबत में फंसे ऐसे ही प्रवासी बिहारी मज़दूरों की मदद के लिए बिहार सरकार ने दिल्ली में तीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.
- 011-23792009
- 011-23014326
- 011-23013884
देश के किसी भी कोने में मुसीबत में फंसा बिहार का प्रवासी इन नम्बरों पर कॉल करके मदद मांग सकता है. ये तीनों नम्बर दिल्ली स्थित बिहार भवन में स्थापित किए गए हैं. तीनों नम्बर 24 घंटे काम करेंगे. इसके अलावा पटना स्थित बिहार सरकार के श्रम मंत्रालय में भी एक टोल फ्री नम्बर स्थापित किया गया है. ये नम्बर है - 18003456138
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