लोगों को खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे 10 करोड़ रुपये, खुद को बताता था IAS और कारोबारी
दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस जालसाज ने बड़ी संख्या में लोगों को ठगा है और उनसे लगभग 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ठगी है. फिलहाल पुलिस ने इस ठग को गिरफ्तार कर लिया है.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को आईएएस अधिकारी बताता था और यह दावा करता था कि वह यूएई में भारतीय दूतावास का राजदूत है. वह दक्षिण भारत विशेष तौर पर केरल के लोगों को खाड़ी देशों में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगा करता था.
दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस जालसाज ने बड़ी संख्या में लोगों को ठगा है और उनसे लगभग 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ठगी है. फिलहाल पुलिस ने इस ठग को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम साइन ज्योति सत्या उर्फ सिद्दीक अब्दुल रेहिमान (42) है. जो उत्तम नगर में रहता है और मूल रूप से केरल का रहने वाला है.
क्या है मामला?
शाहदरा जिले के डीसीपी आर सत्यासुन्दरम का कहना है कि सीमापुरी इलाके में रहने वाले प्रकाशन चेनुकूनाथ ने सीमापुरी थाने में शिकयत दी कि वर्ष 2014 में उसकी मुलाकात ट्रेन यात्रा के दौरान सिद्दीक एमए नामक व्यक्ति से हुई थी. उसने खुद को आईएएस अधिकारी बताया और ये भी कहा कि वह यूएई में भारतीय दूतावास में राजदूत है.
उसने प्रकाशन को बताया कि वह खाड़ी देशों में लोगों को नर्स की नौकरी दिलवा सकता है. प्रकाशन और उसके दोस्त ने नौकरी के लिए सिद्दीक को 20 लाख रुपये दिए. लेकिन नौकरी नहीं लगी. बाद में उसने अपना फोन भी स्विच ऑफ कर लिया. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की. साधना जिला उज्जैन साइबर सेल में तकनीकी जांच के आधार पर सिद्दीक अहमद को गिरफ्तार कर लिया.
किसी को आईएएस तो किसी को बड़ा व्यवसायी बताता था सिद्दीक
पुलिस का दावा है कि सिद्दीक किसी को बताता कि वह आईएएस अधिकारी है, तो किसी को बताता कि वह दुबई का एक बड़ा व्यवसायी है. इसी दावे के साथ वह लोगों को ठगता रहता था. लोगों पर प्रभाव जमाने के लिए उसने अपना एक फर्जी बैंक स्टेटमेंट भी बनवा रखा था, जो यूएई का था और उसने उसमें ₹44 करोड़ की ट्रांजेक्शन बैलेंस दिखाया हुआ था. इतना ही नहीं, उसने चाणक्यपुरी एंबेसी इलाके में स्थित आरबीएल बैंक में अकाउंट भी खुलवाया हुआ था, ताकि लोगों को लगे कि वह सच में दूतावास में बड़ा अधिकारी है.
वह खुद को एमिरात एयरलाइन्स का अधिकारी भी बताता था. उसने आईएएस और अन्य जगहों के फर्जी आईकार्ड भी बनवाए हुए थे. पुलिस का कहना है कि वह अपने झूठे वादों को भी बेहद ही दमदार तरीके से लोगों के सामने रखता और फिर उन्हें अपने जाल में फंसाता था. उसने बड़ी संख्या में लोगों को ठगा था. उसने सऊदी अरब लेबर डिपार्टमेंट का फर्जी ईमेल अकाउंट भी तैयार किया हुआ था.
पुलिस ने उसके पास से 1 मोबाइल फोन, 4 बैंक एकाउंट, अबू धाबी एम्बेसडर का फर्जी कार्ड, लोन के लिए आरबीआई का फर्जी लेटर, एमिरात एयरलाइन मैनेजर का फर्जी आईकार्ड, कई आधार कार्ड, दूतावास के फर्जी कार स्टीकर, शेवरले क्रूज कार बरामद की गई है. पुलिस का कहना है कि सिद्दिक बिंदापुर, उत्तम नगर में रह रहा था. वह मूल रूप से केरल का रहने वाला है और कालीकट यूनिवर्सिटी, केरल से एमबीए किया हुआ है.
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