दिल्ली के रोहिणी में छेड़खानी से तंग छात्रा ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा- दिल्ली के लड़के जीने नहीं देते
छात्रा ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा है जिसमें उसने आसपास के लड़कों को मौत का जिम्मेदार बताया है.
नई दिल्ली: दिल्ली में मनचलों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि इनसे परेशान हो कर एक लड़की ने आत्महत्या तक कर ली. दिल्ली के रोहिणी जिले के बख्तावरपुर गांव में एक 12वीं क्लास की छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. छात्रा ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है जिसमें उसने आसपास के लड़कों को मौत का जिम्मेदार बताया है. लड़की ने लिखा है कि चारों तरफ लड़के उसे जीने नहीं दे रहे हैं. परिजनों ने पास के एक लड़के पर छेड़खानी और तंग करने का आरोप लगाया है. अलीपुर थाना पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.
लड़की ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, "मम्मी पापा मुझे माफ़ कर देना पर मैं कोई गलती नही की है, पर मुझे अब नही रहना, मैं नही जी सकती ऐसे, इधर जाओ तो लड़के उधर जाओ तो लड़के, मेरी ज़िन्दगी खराब कर रहे है सब, ताकि मैं कुछ ना कर संकू, पर मुझे अब नही जीना, मैंने अपनी सारी ज़िन्दगी जी ली, पापा मैंने सारा काम कर दिया है, मेरी वजह से आपको ये कमरा खाली करना था ना, पर मैं नही रहूंगी तो आपको ये कमरा खाली नही करना पड़ेगा, फिर दौबारा कह रही हूं कि मैंने कोई गलती नही की है, दिल्ली के लोग ही मुझे जीने नही दे रहे थे, अगर कोई गलती हुई हो तो मुझे सब लोग माफ कर देना. आई लव यू मॉम एन्ड डैड."
लड़की अलीपुर थाना एरिया के बख्तावरपुर गांव की रहने वाली थी और 12वीं क्लास में पढ़ रही थी. उसने घर में पंखे से फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. मौत के बाद परिजनों का आरोप है कि पड़ोस का एक लड़का लंबे वक्त से लड़की के साथ छेड़खानी कर रहा था. लड़का पुलिस भर्ती में सहयोग करने के नाम से कई बार लड़की से छेड़छाड़ की कोशिश की थी जिसका परिजनों ने विरोध किया था.
बताया जा रहा है कि लड़का गांव के किसी दबंग परिवार से है और लड़की गरीब दुकानदार की बेटी थी. हालांकि लड़की ने सुसाइड नोट में इस लड़के का नाम नहीं लिखा है बल्कि आसपास के लड़कों को जिम्मेदार माना है. फिलहाल अलीपुर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.