नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश के उमरिया में इंसानियत को तार-तार करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक 13 साल की मासूम के साथ दरिंदगी हुई है. तीन दिनों तक लगातार उसके साथ हवस का गंदा खेल खेला गया. इस दौरान वह जिस-जिस के पास मदद के लिए पहुंची, उन्होंने ने ही हैवानियत कर दी. यहां तक कि अपने आसपास पुलिसवालों को भी देख वह सिहर गई क्योंकि उसके मन पर गहरा प्रभाव पड़ा है.


इस मामले में कुल 9 लोगों की लिप्तता पाई गई है. जिसमें से 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल को दहला देने वाली इस घटना ने पुलिस अधिकारियों को भी सिहरा दिया है. पीड़िता ने अपने परिवार के साथ जाकर पुलिस थाने में इस घटना की जानकारी दी. पूरा घटनाक्रम काफी दर्दनाक है. पुलिस बाकी अपराधियों की भी तलाश कर रही है. साथ ही कुछ अन्य लोगों की लिप्तता भी जांची जा रही है.


पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार पीड़िता के पिता जबलपुर में सरकारी नौकरी करते हैं. वह अपने पिता से साथ ही रहकर वहां पढ़ाई करती है. वह नौवीं कक्षा की छात्रा है. लॉकडाउन के दौरान वह अपनी मां के पास रहने के लिए उमरिया आई थी. 11 जनवरी को सब्जी मंडी गई थी. यहीं पर उसकी मुलाकात राहुल कुशवाहा और आकाश सिंह से हुई. इसे खास मोबाइल नंबर का लालच देकर वे उसे अपने साथ बाइक पर जंगल ले गए.


भारौला-छतान के सुनसान जंगलों में उसके साथ दुष्कर्म किया गया. इसके बाद ट्रक चालक रोहित यादव के साथ पीड़िता को ट्रक में बैठा दिया गया. रास्ते में ट्रक चालक ने भी उसके साथ हैवानियत की. लड़की को फिर कला-बड़वारा टोल पर छोड़ दिया गया. यहां लड़की ने फिर उमरिया लौटने के लिए ट्रक से लिफ्ट मांगी. उसने भी लाचारी का फायदा उठाया और फिर उसे उमरियां छोड़कर भाग गया.


शिकायत में यह भी कहा गया है कि इस दौरान उसे एक ढाबे पर भी बंधक बनाकर रखा गया. आरोप है कि ढाबा संचालक और उसके चार दोस्तों ने वहां मासूम संग अपनी हवस का खेल खेला. पुलिस पीड़िता से मिली जानकारी के आधार पर बाकी दोषियों का हुलिया बना रही है. साथ ही और किन लोगों ने इस कुकर्म में हैवानों की मदद की है इसकी लिस्ट भी तैयार की जा रही है.