क्या छुट्टी पर है मध्य प्रदेश सरकार? 17 दिन में गैंगरेप की 3 वारदातें
मध्य प्रदेश सरकार शायद छुट्टी पर है. पिछले 17 दिनों के भीतर गैंगरेप की तीन बड़ी वारदातें सामने आ चुकी हैं लेकिन 'मामा शिवराज' शायद उनके दर्द को समझ नहीं पा रहे हैं.
भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार शायद छुट्टी पर है. पिछले 17 दिनों के भीतर गैंगरेप की तीन बड़ी वारदातें सामने आ चुकी हैं लेकिन 'मामा शिवराज' शायद उनके दर्द को समझ नहीं पा रहे हैं. भोपाल और इंदौर के बाद अब सागर से गैंगरेप की खबर सामने आई है.
सागर में किशोरी से गैंगरेप
सागर जिले में नौवीं कक्षा की एक छात्रा को बहला-फुसला कर ले जाया गया और उसके साथ चार युवकों ने कई दिनों तक गैंगरेप किया. अफसोस की बात यह कि इस अपराध में एक महिला ने भी आरोपियों का साथ दिया. पुलिस ने नाबालिग लड़की को बरामद करने के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक फरार है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, नौवीं में पढ़ने वाली गढ़ाकोटा थाना क्षेत्र की नाबालिग लड़की को लक्ष्मी नाम की महिला और दो युवक 12 नवंबर को अपने साथ बहला- फुसलाकर मकरौनिया क्षेत्र में ले आए. लड़की को मकरोनिया में एक मकान में रखा गया, उसका आरोप है कि चार युवकों ने उसके साथ रेप किया.
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला ने बताया कि महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया गया है. इस वारदात में महिला की क्या भूमिका रही, पुलिस इसकी जांच कर रही है.
इंदौर में युवती के साथ गैंगरेप
इंदौर में एक युवती के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. युवती का एम. वाय. अस्पताल में उपचार कराया गया, मगर युवती ने किसी के खिलाफ रपट दर्ज कराने से इंकार कर दिया है. छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में एक युवती को कुछ युवकों ने रुपये उधार देने के मकसद से बुलाया था. वे युवती को अपनी कार में लेकर चले गए और उन्होंने उसे कथित तौर पर शराब पिलाई. उसके बाद पांचों युवकों ने उसके साथ रेप किया. बाद में वे युवती को सड़क पर छोड़ कर भाग गए.
छत्रीपुरा थाने की पुलिस युवती को लेकर एम. वाय. अस्पताल गई. युवती का उपचार कराया गया. उसने रेप की बात कही, मगर उसने रपट लिखवाने से इंकार कर दिया.
पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) हरि नारायण चारी मिश्रा ने बताया, "युवती से पुलिस ने पूछताछ की. उससे आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को कहा गया, मगर वह इसके लिए तैयार नहीं हुई. युवती ने कहा कि अगर रपट लिखी गई तो वह आत्महत्या कर लेगी, लिहाजा युवती को उसके घर भेज दिया गया."
मिश्रा ने आगे कहा कि युवती के असहयोग के कारण पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है. पुलिस से जब भी महिला शिकायत करेगी, अभियुक्तों पर कार्रवाई की जाएगी.
भोपाल दुष्कर्म: डीएनए रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि
भोपाल में एक नवंबर की रात कोचिंग से लौट रही छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले में आरोपियों की डीएनए जांच रिपोर्ट भी आ गई है. इस रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई है. रेप की जांच के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सुधीर लाड़ के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) बनाया गया है. चारों आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, साथ ही युवती ने भी उनकी पहचान कर ली है.
एक नवंबर की रात कोचिंग से लौट रही पुलिस दंपत्ति की बेटी से चार लोगों ने मिलकर रेप किया था. रेप के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की. साथ ही उसे एक से दूसरे थाने भगाया गया, और प्राथमिकी दर्ज कराने में दो दिन लग गए. इस मामले में तूल पकड़ने पर तीन थाना प्रभारी, दो उपनिरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं एमपी नगर के नगर पुलिस अधीक्षक, भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक, भोपाल की पुलिस अधीक्षक रेलवे का तबादला किया गया.
इस मामले को लेकर पुलिस और सरकार की काफी किरकिरी हुई थी. मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. उसके बाद उच्च न्यायालय जबलपुर ने भी पुलिस को फटकार लगाई और महिला आयोग ने तो गलत रिपोर्ट देने वाले चिकित्सकों का पंजीयन रद्द करने की बात कही है. यहां उल्लेखनीय है कि रेप की जो रिपोर्ट चिकित्सकों ने बनाई थी, उसमें रेप के बजाय युवती द्वारा आपसी सहमति से संबंध बनाने की बात कही गई थी. इससे मामले में चिकित्सकों की लापरवाही साफ तौर पर उजागर हुई थी.