ठाणे: पुलिस की गिरफ्त में एक ऐसा गिरोह आया है जो ग्राहकों को मोबाइल के बदले साबुन थमा देता था. पुलिस का दावा है कि इस गिरोह ने सैंकडों लोगों को चूना लगाया है और करोड़ों रुपये कमाए हैं. पुलिस को जांच में और भी कई बातें खुलने की उम्मीद है.


मुंबई पुलिस के डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने बताया कि एमेजॉन कंपनी के जरिए जब कोई मोबाइल खरीदता था तो ये गिरोह मोबाइल डिलीवर करने की बजाय साबुन या पत्थर डिलीवर कर देता था. पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है और 267 मोबाइल फोन बरामद किए हैं.


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पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने केवल एक साल में करीब 2 करोड़ का सामान जालसाज़ी करके हासिल किया था. दरअसल ग्राहकों द्वारा जब फोन ऑर्डर किया जाता है तो ठाणे के भिवंडी गोदाम में फोन भेजा जाता है जहां से इन्हें डिलीवर किया जाता है.



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ये गिरोह बॉक्स खोलकर फ़ोन निकाल लेता था और अंदर साबुन या पत्थर रख देता था. इसके बाद ये लोग बॉक्स को दोबारा से सील कर देते थे. जब ग्राहक फ़ोन की डिलीवरी लेकर अंदर का सामान देख पाता था तब तक ये लोग वहां से चंपत हो जाते थे.


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ग्राहक कंपनी में शिकायत करता तो ये गिरोह ग्राहक के दावों को झुठ क़रार दो देता. ग्राहक कंपनी से लड़ता रहता और ये लोग बेईमानी के पैसों से ऐश करते.


इनकी दुसरी चाल थी ग्राहकों को मोबाइल फोन ख़राब होने की बात बताकर उनसे डिलीवरी वापस लेना और कंपनी में ग्राहक को डिलीवरी देने की बात कहकर सामान अपने पास रख लेना. पुलिस के मुताबिक ऐसा ये जनवरी 2017 से कर रहे है और अब तक करोड़ों के मोबाइल फ़ोन व लैपटॉप चुराकर बाज़ार में बेच चुके हैं.