मेरठ, एबीपी गंगा। लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए मेरठ में फर्ज़ी पत्रकारों की बाढ़ सी आ गई है। कल मेरठ में दो फर्ज़ी पत्रकार गिरफ्तार किए गए थे तो आज अलग अलग इलाकों से तीन फर्ज़ी पत्रकार गिरफ्तार किए गए। आज गिरफ्तार किए गए फर्ज़ी पत्रकारों में किसी को क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है तो किसी को हवालात की हवा खिलाई जा रही है।
दरअसल, मेरठ पुलिस कल से ही फर्ज़ी पत्रकारों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाए हुए है। इसी कड़ी में आज भी दो तथाकथित पत्रकार बेगमपुल चौराहे पर बाइक पर प्रेस लिखवाकर घूम रहे थे। सदर बाज़ार पुलिस की निगाह इन पर पड़ी। इन दोनों से जब पूछा गया कि वो किस संस्थान के पत्रकार हैं तो कोई जवाब नहीं दे पाए। बाद में इन्होंने पुलिस को बताया कि कुछ रुपये देकर फर्जी पहचान पत्र बनवाया है।
वहीं, स्थानीय पत्रकारों ने जब इन फर्ज़ी पत्रकारों से सवाला किए तो पता चला कि ये दोनों दर्जी का काम करते हैं। साथ ही दोंनों ठीक से शिक्षित भी नहीं है। एक आरोपी पांचवीं और दूसरा आठवीं कक्षा तक की शिक्षा ग्रहण किए हुए है। अज़ीम और एजाज़ नाम के इन फर्ज़ी पत्रकारों से जब सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे गए तो दोनों बगलें झांकने लगे।
गौरतलब है कि लॉकडाउन में शहर से लेकर देहात तक फर्जी पत्रकारों का बडा़ जाल है। आज ही मेरठ के इंचौली थानाक्षेत्र में चेकिंग के दौरान एक तथाकथित पत्रकार पकड़ा गया। इस शख्स का नाम फराज़ है। अपने आपको पत्रकार बता रहा ये शख्स पुलिस से भी बदसलूकी कर रहा था। जब पुलिस ने इससे कड़ाई से पूछताछ कि तो बताने लगा कि वो नोएडा में पत्रकार है। हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस ने सच उगलवा ही लिया। फिलहाल, इसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, इससे पहले रविवार को भी मेरठ से दो फर्जी पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया।
अब क्वारंटीन सेंटर भेजे जा रहे आरोपी
उधर, पुलिस भी ऐसे फर्जी पत्रकारों से हलकान है। पुलिस ने अब आरोपियों को हवालात में भी रखने से परहेज किया है। दरअसल, हाल ही में जब एक आरोपी को हवालात में रखा गया तो बाद में पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव है। जिसके बाद पूरे महकमे में हड़कंप मच गया। ऐसे में अब आरोपियों को सीधे क्वारंटीन सेंटर भेजा जा रहा है।