सड़क पर माल से लदे हुए ट्रकों को लूटने वाले गिरोह का पर्दाफाश, ग्रेटर नोएडा पुलिस ने 5 आरोपी गिरफ्तार किए
नोएडा पुलिस की माने तो इस गिरोह के सभी सदस्य शातिर किस्म के वाहन लुटेरे हैं. जिनके निशाने पर सड़कों पर चलने वाले वो वाहन होते हैं जिनपर माल लदा होता है.
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो सड़कों पर माल से लदे हुए वाहनों को अपना शिकार बनाता था. ये गैंग हाल ही में हरियाणा के अंडा व्यापारी का अंडों से लदा वाहन लूटकर फरार हो गया था. जिन्हें गुरुवार को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर कब्जे से भारी तादाद में हथियार कारतूस व माल बेचकर मिले पैसे को बरामद किया हैं.
ग्रेटर नोएडा की कासना पुलिस द्वारा सोनीपत (हरियाणा) के अंडा व्यापारी की अंडों से भरी गाड़ी की लूट करने वाले 5 लुटेरे अभियुक्त गिरफ्तार हो गए. कब्जे से अंडा लूटकर बेचने के बाद शेष बचे 4,10,000 रुपये नकद बरामद हुए. साथ ही 2 अवैध तमंचे, 2 जिंदा कारतूस, 3 अवैध चाकू, 47 क्रेट अंडों से भरी हुई, 60 क्रेट खाली, 1 मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त 1 स्विफ्ट कार बरामद की.
13 सितंबर को सोनीपत (हरियाणा) के अंडा व्यापारी का अंडों से लदा हुआ ट्रक कोंडली टोल प्लाजा से आगे निकलते हुए लुटेरों द्वारा ट्रक के चालक व परिचालक को बंधक बनाकर अंडों से लदा हुआ ट्रक लूट लिया गया था. माल बेचने के बाद उक्त ट्रक को थाना सेक्टर-58 क्षेत्र में छोड दिया गया था, जिसके संबंध में थाना कोंडली सोनीपत हरियाणा के निवासी अंडा व्यापारी ने 14 सितंबर को थाना कोंडली, सोनीपत (हरियाणा) पर मुसं-540/2021 धारा 34/365/379(बी) के तहत दर्ज कराया था.
सभी पांचों आरोपियों की पहचान
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने उक्त घटना को अंजाम देने वाले पांचों आरोपी गिरफ्तार किए, जिनके पहचान इस प्रकार है- 1- साहिल पुत्र रहीसुद्दीन निवासी अलवर्दीपुर कुलेसरा, थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर. 2- फिरोज पुत्र रहीसुद्दीन निवासी अलवर्दीपुर कुलेसरा, थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर. 3- नदीम पुत्र इलियास निवासी अलवर्दीपुर कुलेसरा, थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर. 4- तुषार नागर पुत्र राजेश निवासी जलपुरा कुलेसरा, थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर. 5- विक्रम पुत्र महेश निवासी ग्राम वृन्दावन, थाना रिजौर, जिला एटा वर्तमान निवासी कैलाश का मकान, ग्राम अलवर्दीपुर कुलेसरा, थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर.
नोएडा पुलिस की माने तो इस गिरोह के सभी सदस्य शातिर किस्म के वाहन लुटेरे हैं. जिनके निशाने पर सड़कों पर चलने वाले वो वाहन होते हैं जिनपर माल लदा होता है. वाहन के लूटने के बाद ये सामान को बेचकर पैसा गैंग के सदस्यों में बांट लेते हैं और वाहन को छोड़कर दूसरे शिकार के लिए निकल जाते हैं. पुलिस का मानना है कि इनकी गिरफ्तारी से इलाके में लूटपाट की घटनाएं कम होगी.
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