हाजीपुर: बिहार के हाजीपुर में 55 किलो सोने की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. सोना पुलिस के हाथ लगता देख पुलिस हिरासत में मौजूद लूटेरे ने अपनी ही गर्दन काट डाली. आनन-फानन में लूटेरे को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. जहां उसका इलाज चल रहा है.
क्या था मामला-
दरअसल, बीते 23 नवंबर को बिहार के हाजीपुर में देश की अब तक की सबसे बड़ी सोने की लूट की वारदात हुई थी. 7 लूटेरों ने एक गोल्ड फाइनेंस फर्म से दिनदहाड़े 55 किलो सोना लूट लिया था. सीसीटीवी में कैद वारदात की तस्वीरों के आधार पर एसआईटी और वैशाली पुलिस ने एक लूटेरे को तामिलनाडु से गिरफ्तार किया और उसे लेकर बिहार आई. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार लूटेरा धर्मेंद्र सहनी लूट की तस्वीरों में शामिल था. सीसीटीवी के आधार पर उसकी पहचान हुई है. पुलिस का कहना है कि 55 किलो सोने को कई हिस्सों में अलग-अलग जगहों पर छुपाया गया है.
मंगलवार को एसआईटी और पुलिस की टीमों ने वैशाली और उसके आस पास के जिलों में छापेमारी शुरू की. इस दौरान लूटा गया सोना और ज्वेलरी मिली. पुलिस ने 1 किलो सोने के जेवर वैशाली के जतकौली इलाके से बरामद किए. फिर अगले ठिकाने बिद्दूपुर से करीब 3 किलो सोना बरामद किया. इसी दौरान पुलिस की गिरफ्त में लूटेरे ने अचानक अपनी गर्दन काट ली. जिससे एसआईटी टीम में शामिल पुलिसवालों में हड़कंप मच गया. लूटेरे को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार लूटेरा घायल है, लेकिन खतरे से बाहर है. पुलिस का कहना है कि बाकी लूटेरों की भी तलाश की जा रही है.
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