योगी सरकार नहीं लगा पाई क्राइम पर लगाम, शुरुआती 60 दिनों में 803 रेप और 729 हत्याएं
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हत्या के 67.16 फीसदी मामलों में कार्रवाई की गई है, वहीं बलात्कार के मामलों में यह आंकड़ा 71.12 फीसदी, अपहरण के मामलों में 52.23 फीसदी, डकैती के मामलों में 67.05 फीसद और लूट के मामलों में 81.88 फीसदी है.
लखनऊ: यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के शुरुआती करीब दो महीनों में राज्य में बलात्कार की 803 और हत्या की 729 घटनाएं हुई. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में कहा, ‘‘इस साल 15 मार्च से नौ मई के बीच प्रदेश में हत्या की 729, रेप की 803, लूट की 799, अपहरण की 2682 और डकैती की 60 वारदाते हुईं.’’
एसपी सदस्य शैलेन्द्र यादव ललई ने यह मुद्दा उठाते हुए सरकार से एक निश्चित अवधि के दौरान हुई आपराधिक वारदात और उन्हें रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानना चाहा था.
सुरेश खन्ना ने कहा कि हत्या के 67.16 प्रतिशत मामलों में कार्रवाई की गई है, वहीं बलात्कार के मामलों में यह आंकड़ा 71.12 फीसदी, अपहरण के मामलों में 52.23 फीसदी, डकैती के मामलों में 67.05 फीसद और लूट के मामलों में 81.88 फीसदी है. उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा इन मामलों में से तीन के अभियुक्तों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का पालन किया गया है. गैंगस्टर एक्ट के मामलों में 126 और गुंडा एक्ट के मामलों में 131 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.’’
समाजवादी पार्टी के सदस्य पारसनाथ यादव ने इसी अवधि में पिछले साल के दौरान अपराध के तुलनात्मक आंकड़ें बताने को कहा, लेकिन मंत्री के पास वे आंकड़े तत्काल उपलब्ध नहीं थे.