नई दिल्ली/हैदराबाद: पिता द्वारा जिंदा जलाए जाने के बाद 12 साल के आर. चरन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. शराब के नशे में उसके पिता ने उसे आग के हवाले कर दिया था. कथित तौर पर वह उसकी पढ़ाई से खुश नहीं था और घटना से ठीक पहले बीड़ी लाने को लेकर उनमें बहस हुई थी.


पिछले रविवार को उसे सरकारी गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चिकित्सकों के अनुसार उसे 93% बर्न था. बुधवार की रात उसने दम तोड़ दिया. पुलिस ने इससे पहले ही बेटी की शिकायत पर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले में पुलिस अब आगे की कार्रवाई कर रही है.


गौरतलब है कि हैदराबाद में यह दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया था. पेशे से मजदूर एक व्यक्ति ने 10 साल के बेटे को जिंदा जला दिया था. यही नहीं, बेटा आग में तड़प रहा था और पिता उसी माचिस से बीड़ी जला कर पीता रहा. नशे में धुत होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया.


पुलिस के अनुसार स्थानीय केपीएचबी कॉलोनी के रहने वाले आर. बालू ने इस दर्दनाक घटना को अंजाम दिया है. वह दैनिक मजदूरी का काम करता है. वह रविवार शाम साढ़े नौ बजे शराब पीकर घर आया था औऱ उसने अपने बेटे को बीड़ी का बंडल लाने को कहा. इस पर लड़के ने आनाकानी की, उसकी पढ़ाई में लापरवाही से बालू पहले से ही नाराज था.


इसके बाद उसने उसे पीटना शुरू कर दिया. पीटने-घसीटने के बीच पत्नी ने भी बच्चे को बचाने की कोशिश की लेकिन उसे उसने धक्का मारकर अलग कर दिया. इस बीच उसके हाथ में तारपीन का तेल आ गया औऱ पूरी बोतल उसने अपने बेटे की शरीर पर छिड़क दी. इसके बाद उसने माचिस जलाकर बेटे के शरीर में आग लगा दी और फिर वहीं बीड़ी सुलगाकर उसे तड़पता देखता रहा.


पुलिस ने बताया कि सन 2019 में बालू ने इसी बच्चे को साइकिल रिपेयरिंग की दुकान पर काम करने को मजबूर किया था. पुलिस टीम ने ऑपरेशन स्माइल के तहत उसे वहां से मुक्त कराया था. उस समय बालू औऱ उसकी पत्नी की काउंसलिंग भी की गई थी.


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