सूत्रों के मुताबिक मृतक लड़की की पहचान 30 साल की शैलजा द्विवेदी के रूप में हुई है और वो आर्मी के एक मेजर की पत्नी हैं. सुबह 10 बजे बेस हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपी कराने आई थीं. बताया जा रहा है कि इसके बाद आर्मी स्टाफ की गाड़ी हॉस्पिटल छोड़कर चली गईं थी.
कैसे हुई महिला की पहचान
दिल्ली में सरेआम एक महिला के कत्ल ने पुलिस के हाथ-पांव फुला दिए. पुलिस के सामने सबसे बड़ी परेशानी थी लड़की की शिनाख्त न हो पाना. लिहाजा, दिल्ली के तमाम थानों में पहचान के लिए लाश के फोटो भेजे गए. करीब 4 घंटे बाद यानी शाम साढ़े 4 बजे आर्मी के एक मेजर अमित द्विवेदी नारायणा अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने.पुलिस स्टेशन पहुंचे.
इस ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने के लिए पहला सुराग पुलिस के हाथ लग चुका था. लाश की पहचान मेजर अमित की पत्नी 30 साल की शैलजा द्विवेदी के रूप में हुई. जब पुलिस ने मेजर अमित से पूछताछ की तो पता चला कि शैलजा सुबह करीब 10 बजे घर से बेस हॉस्पिटल में फीजियोथेरपी के लिए निकली थी..शैलजा को मेजर अमित के ड्राइवर ने कार से अस्पताल उतारा था.
कातिल की पहचान के करीब पहुंची पुलिस
दोपहर करीब 3 बजे तक जब शैलजा घर नही लौटी तो उनके पति मेजर अमित द्वेवेदी को चिंता सताने लगी और जिसके बाद वो पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने पुलिस स्टेशन पहुँचे थे. पुलिस ने जब शैलजा के पति मेजर अमित द्विवेदी से पूछताछ की तो शैलजा के कत्ल से जुड़े कई अहम राज हाथ लगे.जल्द ही पुलिस के सामने कातिल की पहचान भी साफ होती चली गयी.
पुलिस के मुताबिक, कातिल परिवार का जानकार ही है, कत्ल का मकसद न तो लूटपाट है और न ही सेक्सुअल असाल्ट. कातिल की धरपकड़ के लिए कई पुलिस टीम लगातार उसके संभावित ठिकानों पर रेड कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि कातिल जल्द ही सलाखों के पीछे होगा.