नई दिल्ली:  एबीपी न्यूज के मशूहर क्राइम शो ‘सनसनी’ के 13 साल पूरे हो गए हैं. इन 13 सालों में ‘सनसनी’ ने लगातार दर्शकों को क्राइम की खबरों से रुबरू कराते हुए गुनहगारों से आगाह किया है. चाहे घूसखोर बाबू हों या अफसर, चाहे मक्कार तांत्रिक हों या ढोंगी बाबा. ‘सनसनी’ ने सबको बेनकाब किया है. 13 साल के इस शानदार सफर की शुरुआत 22 नवंबर 2004 को हुई थी और इसके बाद से ‘सनसनी’ ने कामयाबी के शिखर पर खुद को कायम किया.

अपराधियों के लिए ‘सनसनी’ खतरे की सबसे बड़ी घंटी है तो इंसाफ की आस मे भटकते लोगों के लिए सबसे बड़ी आस. खबरों की निष्पक्षता और प्रस्तुति के संदर्भ में ‘सनसनी’ की जो साख है वो अलग-अलग टीवी चैनल्स पर प्रासरित होने वाले किसी भी दूसरे क्राइम शो की नहीं है. अपराध की बड़ी से बड़ी खबरों की सटीक जानकारी, विश्लेषण और रिक्रिएशन के जरिए जिस तरह से ‘सनसनी’ में दिखाया जाता है, वह अपने आप में एक मिसाल है.

सनसनी के एंकर श्रीवर्धन त्रिवेदी के अनुसार गुनाहगारों के खिलाफ सनसनी की मुहिम ने ही उसे सबसे अलग पहचान दी है. 13 साल पहले जो गुनाह और गुनाहगारों के खिलाफ जो मुहिम शुरू हुई थी वो आगे भी और भी प्रभावी ढंग से जारी रहेगी.



=13 साल के इस सफर में ‘सनसनी’ को कामयाबी के हर मुकाम तक पहुंचाने में शो के एंकर श्रीवर्धन त्रिवेदी के साथ ही पूरी प्रोग्रामिंग टीम का बहुत बड़ा योगदान रहा है. ‘सनसनी’ की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसके दर्शकों में हर वर्ग के लोग शामिल हैं. यही नहीं ‘सनसनी’ के तकरीबन साढ़े चार हजार एपीसोड की एकरिंग के लिए शो के एंकर श्रीवर्धन त्रिवेदी का नाम भी लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में शुमार हो चुका है.

सनसनी हेल्पलाइन ने हजारों लोगों की समस्याओं को एक आवाज देने का काम किया है. सनसनी हेल्पलाइन दिन के चौबीस घंटे और हफ्ते के सातों दिन खुली रहती है. सनसनी हेल्पलाइन पर फोन, वट्सऐप, मैसेज कर देशभर से लाखों लोगों ने अपना भरोसा जताया है.