अलीगढ़: अलीगढ़ से एक ट्रिपल तालाक का मामला सामने आया है. आरोप है कि अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के चेयरमैन प्रोफ़ेसर खालिद बिन युसूफ खान ने अपनी पत्नी यास्मीन खालिद को निकाह के 23 साल बाद व्हाट्सएप के जरिए ट्रिपल तलाक दिया है.


प्रोफ़ेसर अपनी एक बेटी के साथ अलग अपार्टमेंट में रह रहे हैं. तलाक के बाद पत्नी यास्मीन का रो रोकर बुरा हाल है. वो अपने और अपने बच्चों के लिए न्याय मांग रही हैं. उन्होंने व्हाट्सएप पर दिए इस ट्रिपल तालाक को अन्याय बताया. उऩ्होंने मोदी और योगी से न्याय की अपील की है.


आजमगढ़ के रहने वाले प्रोफ़ेसर खालिद का निकाह कश्मीर के श्रीनगर की रहने वाली यास्मीन अख्तर के साथ 21 जनवरी 1995 को मैट्रीमोनिअल्स के जरिये अलीगढ की मेडिकल कॉलोनी में हुआ था. निकाह के कई साल तक दोनों के बीच मधुर सम्बन्ध रहे. यास्मीन सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष भी हैं. दोनों के तीन बच्चे हैं. दोनों बेटियां बीटेक और बेटा बारहवीं की पढ़ाई कर रहा है.


यास्मीन कहती हैं," प्रोफ़ेसर खालिद दिलफेंक किस्म के इंसान हैं. डिपार्टमेंट में आने वाली लड़कियों के साथ उनके चर्चे आम तौर पर रहते हैं. छात्राओं के साथ खाना खाना ,घूमना इत्यादि उनके शौक हैं" उन्होंने आगे कहा," सितम्बर में उनकी इसी आदत की किसी ने एक पत्र के जरिये शिकायत AMU प्रशासन को कर दी. प्रोफ़ेसर खालिद को शक हुआ कि उनकी शिकायत मैंने की है."


बस वही पत्र दोनों के बीच तलाक का कारण बना. काफी दिनों तक घर में क्लेश रहा. प्रोफ़ेसर खालिद अपनी एक बेटी के साथ अलग रहने लगे. 30 सितम्बर को प्रोफ़ेसर खालिद ने अपनी पत्नी को पहले व्हाट्सएप पर तलाक भेजा. उसके बाद 30 अक्टूबर को एसएमएस के जरिये तलाक भेजा.


व्हाट्सएप तलाक बाद प्रोफेसर खालिद से यास्मीन ने कहा कि उसने कोई शिकायत नहीं की है लेकिन खालिद नहीं माने और दिनांक 8 नवम्बर को जब यास्मीन उनके फ्लैट पर गई तो उन्होंने सामने कहा तलाक तलाक तलाक. यास्मीन अब अपने लिए इन्साफ मांग रही है.