लखनऊ : उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में पुलिस ने सनसनीखेज एडवोकेट मर्डर केस सुलझा लेने का दावा किया है. पुलिस का कहना है कि एडवोकेट की प्रेमिका ने ही हत्या की साजिश रची थी. इस मामले में आरोपी प्रेमिका और चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है.


उसकी प्रेमिका ने अपने नये 'आशिकों' के साथ मिलकर किया था


पुलिस के मुताबिक वकील विजय गुप्ता का क़त्ल उसकी प्रेमिका ने अपने नये 'आशिकों' के साथ मिलकर किया था. गिरफ्तार होने के बाद प्रेमिका प्रतिमा ने कहा कि वकील के क़त्ल का उसे कोई अफ़सोस नहीं है. बल्कि गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के बावजूद अपने इस कारनामे से वह संतुष्ट है.


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शादीशुदा वकील की इश्कबाजी और उसके सनसनीखेज अंजाम


शादीशुदा वकील की इश्कबाजी और उसके सनसनीखेज अंजाम की यह कहानी फिल्मी है. जिसमे लव, इमोशन, सेक्स, फरेब और प्रतिशोध जैसे हर एंगल मौजूद हैं. 21 साल की आरोपी लड़की ने मीडिया के कैमरों के सामने बेख़ौफ़ होकर अपने जुर्म का इकबाल कर रही है.


विजय गुप्ता से हमेशा-हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहती थी


वह वकील विजय गुप्ता से हमेशा-हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहती थी. उससे अपनी बेइज़्ज़ती का बदला लेना चाहती थी. प्रतिमा नाम की इस लड़की के मुताबिक़ वह बदले की आग में इस कदर जल रही थी कि खूनी खेल खेलने में वह ज़रा भी नहीं हिचकी.


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मीडिया के कैमरों के सामने भी उसने अपना गुनाह कबूल किया


इतना ही नहीं गिरफ्तार होने के बाद पुलिस द्वारा की गई प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया के कैमरों के सामने भी उसने अपना गुनाह कबूल किया. साथ ही यह भी बताया कि इस क़त्ल का उसे कोई अफ़सोस नहीं है. उसे इस बात की खुशी है कि उसने खुद को बेइज़्ज़त करने वाले को अब मौत की नींद सुलाकर अपना इंतकाम पूरा कर लिया है.


गांव के रहने वाले 38 साल के विजय गुप्ता उर्फ़ बबलू पेशे से वकील थे


दरअसल इलाहाबाद के उतरांव थाना क्षेत्र के चका गांव के रहने वाले 38 साल के विजय गुप्ता उर्फ़ बबलू पेशे से वकील थे. तीन जून को तहसील कोर्ट से लौटने के बाद खाना खाकर जब वह बच्चों के साथ बात कर रहे थे, तभी अचानक उनके फोन की घंटी बजी.


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लौटने की बात कहकर बाइक से गए तो फिर लौटकर वापस नहीं आए


विजय गुप्ता पत्नी और तीनों बच्चों से कुछ देर में लौटने की बात कहकर बाइक से गए तो फिर लौटकर वापस नहीं आए. परिवार वालों ने अगले दिन उतरांव थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. तीन दिन बाद इस मामले में बीजेपी के स्थानीय विधायक प्रवीण पटेल के रिश्ते के भाई छोटे सिंह के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया.


हाइ-वे के नजदीक एक कुएं से वकील विजय गुप्ता की लाश बरामद हो गई


पुलिस इस मामले में किसी नतीजे पर पहुंचती, इससे पहले 10 जून को हाइ-वे के नजदीक एक कुएं से वकील विजय गुप्ता की लाश बरामद हो गई. वकील की लाश मिलने पर इलाके के लोगों ने पुलिस पर अपना गुस्सा निकालते हुए जमकर हंगामा किया था.


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आगजनी व तोड़फोड़ की तो बदले में पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा


लोगों ने पथराव, आगजनी व तोड़फोड़ की तो बदले में पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा था. इस केस में पुलिस ने वकील विजय गुप्ता के मोबाइल फोन की काल डिटेल्स के आधार पर तफ्तीश शुरू की तो सबसे पहले प्रतिमा नाम की एक लड़की उसकी गिरफ्त में आई.


पूछताछ की तो क़त्ल की यह कहानी परत दर परत खुलती चली गई


पुलिस ने प्रतिमा से पूछताछ की तो क़त्ल की यह कहानी परत दर परत खुलती चली गई. प्रतिमा के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके नाबालिग छोटे भाई सोनू समेत दो और लोगों को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि दो आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है.


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एक गांव की रहने वाली प्रतिमा में पिछले कई सालों से प्रेम संबंध थे


पुलिस के मुताबिक़ वकील विजय गुप्ता और पड़ोस के ही एक गांव की रहने वाली प्रतिमा में पिछले कई सालों से प्रेम संबंध थे. शादीशुदा और तीन बच्चों के पिता विजय ने करीब डेढ़ साल तक शहर में किराए का कमरा लेकर प्रतिमा को अपने साथ रखा था. बाद में विजय गुप्ता ने शादी से इंकार कर दिया तो प्रतिमा वापस अपने गांव चली गई थी.