Amritpal Singh Waris Punjab De: वारिस पंजाब दे संगठन के अमृतपाल पर पंजाब पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है, पंजाब पुलिस ने कार्रवाई कर उससे जुड़े 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और अमृतपाल की तलाश में पंजाब पुलिस ने दिन रात एक कर दिया है. लेकिन एक तरफ पंजाब ही नहीं पूरे देश में अमृतपाल पर हुई कार्रवाई की तारीफ हो रही है वहीं देश और विदेश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अमृतपाल पर की गई कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं, हैरान करने वाली बात तो ये है कि अमृतपाल का समर्थन करने वालों में सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर भी शामिल हैं, जिन्होंने सिद्धू की बरसी के दौरान स्टेज से अमृतपाल की तारीफों के पुल बांध दिए.
सिद्धू की मां को तो अमृतपाल में कोई खामी नज़र नहीं आती लेकिन जांच एजेंसियों ने अमृतपाल का कच्चा चिट्ठा खोलना शुरू कर दिया है. आज हम आपको बताएंगे अमृतपाल को पकड़ने के दौरान क्या क्या हुआ, जांच एजेंसियों ने अमृतपाल को लेकर क्या खुलासे किए हैं और साथ ही बात होगी विदेशों में अमृतपाल की गिरफ्तारी पर खालिस्तान समर्थक गुटों की क्या प्रतिक्रिया आ रही है और सबसे अहम सवाल अमृतपाल कहां है?
जांच एजेंसियों ने किए बड़े खुलासे
पंजाब पुलिस को अमृतपाल के जालंधर में छुपे होने की आशंका है. वहीं अमृतपाल के गांव जल्लूखेड़ा में भी फोर्स तैनात की गई है साथ ही जम्मू कश्मीर और हिमाचल से लगे राज्यों की सीमाओं पर भी नाकाबंदी बढ़ा दी गई है. अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और उसके ड्राइवर ने भी पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. पुलिस और जांच एजेंसियों ने अमृतपाल को लेकर बड़े खुलासे भी किए हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल के फाइनेंसर दलजीत कलसी के पास 2 साल में 35 करोड़ रुपए का विदेशी फंड आया है और उसके फोन से पाकिस्तान में भी बातचीत हुई है. फिलहाल कलसी के फोन की जांच चल रही है. यही नहीं केंद्रीय खुफिया एजेंसियों का ये भी कहना है कि अमृतपाल नशा मुक्ति केंद्र के नाम पर फिदाइन हमलावर भी तैयार कर रहा था, पाकिस्तान से गैर कानूनी हथियार मंगवाकर इन्हीं सेंटर्स में स्टोर किया जा रहा था. असल में अमृतपाल AKF यानी आनंदपुर खालसा फोर्स तैयार कर रहा था और ये सब कुछ अमृत संचार के नाम पर किया जा रहा था.
बब्बर खालसा और ISI से लिंक
यही नहीं प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ भी अमृतपाल का लिंक बताया जा रहा है. बब्बर खालसा संगठन से जुड़े आतंकी पाकिस्तान में शरण लिए हुए हैं और वहीं से ही ISI की मदद से पंजाब में अनरेस्ट फैलाने की कोशिश करते रहे हैं. पंजाब पुलिस की जालंधर रेंज के DIG स्वप्न शर्मा ने कहा है कि अमृतपाल के लिंक ISI से जुड़ रहे हैं. कहा जा रहा है कि अमृतपाल 10 साल से दुबई में था और वहीं से ही बब्बर खालसा का हैंडलर बनकर 2022 में पंजाब लौट था.
पुलिस के मुताबिक अमृतपाल अपने गांव जल्लूखेड़ा में AKF यानी आनंदपुर खालसा फोर्स बना रहा था, पुलिस को उसके घर से AKF लिखी कई जैकेट्स भी मिली हैं यही नहीं बरामद हुए हथियारों पर भी AKF लिखा हुआ था. जांच में अमृतपाल का नाम बब्बर खालसा के प्रमुख परमजीत सिंह पम्मा के खास आदमी अवतार सिंह खंडा से भी जुड़ रहा है जो बब्बर खालसा UK को चलाता है. जांच एजेंसियों के मुताबिक अमृतपाल बब्बर खालसा के प्रोजेक्ट K2 का हिस्सा था जिसके ज़रिए बब्बर खालसा पंजाब में फिर से खालिस्तान की लहर खड़ा करने की प्लानिंग कर रहा है. हालांकि पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जांच एजेंसियों से भी पहले पिछले साल सितंबर में एक सभा में कह दिया था कि अमृतपाल को पंजाब भेजने के पीछे पाकिस्तान का हाथ है.
पुलिस पर अवैध हिरासत में रखने के आरोप
फिलहाल पुलिस और जांच एजेंसियों का कहना है कि अमृतपाल को पुलिस पकड़ पाती इससे पहले ही वो फरार हो गया और उसकी तलाश चल रही है. वहीं सोशल मीडिया पर अमृतपाल के समर्थकों के कुछ वीडियोज हैं जिनमें ये दावा किया जा रहा है कि अमृतपाल पुलिस की गिरफ्त में है. अमृतपाल के ड्राइवर हरप्रीत का भी कहना है कि अमृतपाल को पुलिस ले गई है. इसी बीच ये मामला पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट पहुंच गया है बठिंडा के इमान सिंह खेड़ा नाम के व्यक्ति ने पंजाब सरकार, कमिश्नर ऑफ पुलिस, जालंधर, कमिश्नर ऑफ पुलिस, अमृतसर और दोनों जिलों के अन्य पुलिस अफसरों को पार्टी बनाते हुए याचिका दायर कर दावा किया कि अमृतपाल पंजाब पुलिस की अवैध हिरासत में है. जिसके बाद कोर्ट ने 21 जनवरी तक पुलिस को जवाब फाइल करने का वक्त दिया है.
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