नई दिल्लीः दिल्ली के 23 साल के अंकित की गुरुवार रात गला काटकर रोड पर हत्या कर दी गई. पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि अंकित दूसरे धर्म की लड़की से प्यार करता था. लड़की के परिवार वालों पर हत्या का आरोप लगा है. पुलिस ने बताया कि 4 लोगों ने चाकुओं से युवक पर हमला किया जिनमें से एक को लोगों ने भागते वक्त पकड़ लिया. तीन लोग फरार हो गए. लड़की ने अपने बयान में कहा है कि वह लड़के से प्यार करती थी और अब उसे भी अपने परिजनों से जान का खतरा है. डिटेल खबर यहां पढ़ें


सोशल मीडिया पर सुबह से ही ये कहा जा रहा है कि हिंदू होने की वजह से अंकित की इतनी बेरहमी से हत्या की गई. इस खबर को लेकर सोशल मीडिया पर नफरत की आंधी चल रही है. इस नफरत को दिल्ली से बीजेपी के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने हवा दी है.


उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि दिल्ली में जो हुआ उसका सच ये है कि 23 साल के अंकित को ऑनर किलिंग के नाम पर अल्पसंख्यक लोगों ने मार डाला. अंकित एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था जिसने ये कबूल किया है कि उसके परिवार ने ही ये हत्या की है. सिरसा ने एक के बाद एक आधा दर्जन से ज्यादा ट्वीट और रीट्वीट इस मामले को लेकर किये हैं. इस पूरे मामले ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है. अंकित जिस लड़की से प्यार करता था उसका भी कहना है कि परिवार शादी के खिलाफ था.


फिलहाल तनाव को देखते हुए इलाके में सीआरपीएफ की तीन कंपनियां तैनात की गई है. पुलिस ने हत्या के आरोप में सलीमा के परिवार के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. सोशल मीडिया पर हंगामे की वजह पर अंकित मर्डर केस में सिविल सोसायटी भी खामोश है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि लड़का हिंदू था इसलिए प्रभुत्व वर्ग खामोश है. वरना वो अखलाक और जुनैद के कत्ल की तरह इस बार भी आसमान सिर पर उठा लेता. बुलंदशहर में दो बहनों के कत्ल की गुत्थी सुलझी, एकतरफा प्यार में की गई थीं हत्याएं


बता दें कि मई 2015 में यूपी के दादरी में अखलाक नाम के मुस्लिम की गाय का मांस खाने के आरोप में हत्या हो गई. 2017 में 16 साल के जुनैद को मथुरा जा रही ट्रेन में भीड़ ने पीट-पीटकर और चाकू से मार दिया था.  इसी तरह राजस्थान के अलवर में पहलू खान की गौतस्करी के आरोप में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. झारखंड के गिरिडीह में मरी गाय मिलने पर उस्मान अंसारी नाम के मुस्लिम को बुरी तरह से पीटा गया. राजस्थान: एकतरफा प्यार में एक लड़के ने नाबालिग को लगाई आग, हुई मौत


ये वो मामले हैं जिस पर विपक्ष ने जमकर सरकार को घेरा और हल्ला मचाया. अब लोग पूछ रहे हैं कि ये लोग अंकित के कत्ल पर क्यों खामोश हैं. क्या देश में हत्याओं पर धर्म देख कर आवाज उठाई जाती है.