औरंगाबाद: रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल और बिहार के कई इलाकों में भयानक हिंसा हुई. आरोप है कि कुछ हिंदू संगठन के लोगों ने राम के नाम पर समाज में माहौल खराब करने की कोशिश की. इस बीच खबर आई है कि बिहार के औरंगाबाद में राम नवमी के दिन जुलूस निकालने के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया एक आरोपी पुलिस हिरासत से फरार हो गया है. पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश ने आज यहां बताया कि पुलिस हिरासत से कल फरार हुआ आरोपी कई साल से रामनवमी का जुलूस निकालने से जुड़ा हुआ था.


हिंसा करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 150 लोगों में वह भी शामिल है. उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस हिरासत से फरार होने के कारण उसके खिलाफ नई प्राथमिकी दर्ज की गई है. गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया है. अगर वह आत्मसमर्पण नहीं करता है तो उसकी संपत्ती कुर्क की जाएगी."


बता दें कि बिहार के औरंगाबाद में रामनवमी के मौके पर भयानक हिंसा हुई थी जिसकी वजह से शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया था. रामनवमी के मौके पर उपद्रवियों ने शहर में बाइक रैली पर पत्थरबाजी की थी और कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया था. हिंसा के दौरान कई शोरूम और दुकानों को निशाना बनाया गया. शहर की एक दर्जन दुकानों में उपद्रवियों ने आग लगा दी और सड़क के किनारे लगाए गए ठेले और गुमटियों को भी आग के हवाले कर दिया. वहीं नावाडीह और श्री कृष्ण नगर मोहल्ले में गोलीबारी हुई. गोलीबारी में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.