धर्म के नाम पर अधर्म और कुकर्म करने वाले बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ कानूनी शिकंजा अब कसता जा रहा है. बाबा फरार है लेकिन उसके आपराधों की जांच दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी है. ये केस आपको आसानी से समझ में आए इसलिए हम आपको बता रहे हैं इससे जुड़ी 10 खास बातें-
- बाबा का आश्रम दिल्ली के रोहिणी में है. यहां लड़कियां रहती हैं. आरोपी वीरेंद्र देव दीक्षित खुद को राम और कृष्ण बता कर युवतियों को फंसाता था.
- बाबा लंबे वक्त गुजरात में भी रहा था जहां उसने अध्यात्म की दुनिया में कदम रखा. बाबा ने वहां पर खुद को अवतार घोषित कर दिया था.
- बाबा ने अपने आश्रम को अध्यात्मिक विश्वविद्यालय का नाम दे रखा था. आरोप तो ये भी है कि आश्रम के नाम पर बाबा सेक्स रैकेट चलाता था.
- कई बार लोगों ने बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित की शिकायतें कीं लेकिन पुलिस ने व्यापक एक्शन नहीं लिया जिसके कारण बाबा हमेशा बचा रहा.
- हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम आश्रम पर पहुंची और आश्रम का ताला तुड़वा कर 41 नाबालिग लड़कियों को रेस्क्यू किया.
- अदालत ने बाबा और आश्रम की जांच सीबीआई के हवाले कर दी है. कोर्ट ने बाबा को पेश होने को कहा है जो फिलहाल फरार है.
- दिल्ली और यूपी में बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पर बलात्कार और आत्महत्या से जुड़ी 10 FIR पहले से दर्ज हैं.
- छापेमारी के दौरान आश्रम से दवाईयां, इंजेक्शन और कुछ सीडी मिली हैं, मेडिकल टीम भी अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेगी.
- दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने कहा," अंदर का हाल इतना बुरा है कि अगर मैं भी अंदर फंस जाऊं तो शायद मैं भी ना बचूं."
- पिछले चार दिनों से बाबा के आश्रम पर रेड का सिलसिला जारी है. कोर्ट और पुलिस की कार्रवाई के बीच बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित अब तक फरार है.
जांच में ये बात सामने आई है कि बाबा का पूरा जोर सेक्स पर रहता था और बाबा 16000 लड़कियों के साथ संबंध बनाना चाहता था. स्वाति मालीवाल के मुताबिक लड़कियों को नशा दिए जाने की आशंका है और उन्हें ताले में रखा जाता था.