(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bageshwar Baba: बागेश्वर बाबा का 'पालतू भूत' हुआ फेल, दरबार में दो लोगों की मौत पर धीरेंद्र शास्त्री की बोलती बंद
Bageshwar Dham: महिला की मानें तो इसे बागेश्वर बाबा की दैवीय शक्ति पर बड़ा भरोसा था. पिछले डेढ साल से ये लगातार बागेश्वर धाम आ रही थी. लेकिन बच्ची की तबीयत बिगड़ी तो बाबा उस बच्ची को नहीं बचा पाए.
Bageshwar Baba: बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा से जुड़े विवादों की कहानी थमने का नाम नहीं ले रही है. कभी बाबा सुर्खियों में रहते हैं, तो कभी उनका छोटा बिगड़ैल भाई. अपनी दैवीय शक्ति से लोगों की हर तकलीफों को दूर करने का दावा करने वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री अब खुद सवालों के घेरे में फंस गए हैं. जिसके खुलासे ने सारे शहर में सनसनी फैला दी है.
बता दें कि पिछले दिनों दरबार में आए दो लोगों की मौत बाबा के सामने ही हो गई थी. भूत और भभूत के चक्कर में एक महिला को जिंदगी का सबसे बड़ा सदमा मिला है. बाबा के चमत्कार की आस में महिला के दस साल की बच्ची की मौत हो गई है. इसके साथ ही उन पर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ के आरोप लग रहे हैं.
एक के बाद एक मौत से उठ रही है उंगलियां
राजस्थान की रहने वाली इस महिला की मानें तो इसे बागेश्वर बाबा की दैवीय शक्ति पर बड़ा भरोसा था. पिछले डेढ साल से ये लगातार बागेश्वर धाम आ रही थी. ये महिला बाबा के दरबार में अपने दस साल की मासूम बच्ची को लेकर आई थी. बच्ची मिर्गी की मरीज थी, उसे बार-बार दौरे आ रहे थे. 17 फरवरी को बच्ची की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो महिला उसे लेकर बाबा के दरबार में पहुंच गई. बाबा ने बच्ची को देखा और शुरू हो गया भभूत से बच्ची को ठीक करने का खेल. लेकिन कुछ ही देर बाद ही बच्ची की मौत हो गई. बाबा ने इसे दिलासा दी थी कि बच्ची ठीक हो जाएगी.
ये पहला मामला नहीं है, इससे एक दिन पहले 16 फरवरी को बागेश्वर धाम में ही एक महिला की मौत हो गई थी. महिला किडनी की पेशेंट थी, लेकिन इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाने के बदले वो बाबा के दरबार में हाजिरी लगाती रही. जिसका नतीजा ये हुआ कि उसकी हालत बिगड़ती चली गई और फिर उसकी मौत हो गई. दो दिनों में दो मौत की ये दर्दनाक घटना के बाद से बागेश्वर बाबा पर उंगलियां उठ रही है.
2023 में बैठकर 2026 का हाल देख लेते हैं बाबा
इस सबके बाद भी बाबा के दरबार में दुखियारों की भीड़ पहले की तरह ही हर रोज जुट रही है. बाबा धीरेंद्र शास्त्री कैसे दरबार में आए एक भक्त को पुनर्जन्म की महिमा समझाने लगे उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि साल 2026 में उस भक्त के घर में बेटा पैदा होगा और वो बच्चा कोई और नहीं बल्कि बाबा के उस भक्त का बड़ा भाई होगा. बाबा ने तो लगे हाथों ये भी दावा कर डाला कि तीन साल बाद पैदा होने वाले बच्चे के माथे पर चोट का निशान भी होगा. बाबा धीरेंद्र शास्त्री की बातों का सीधा-सीधा मतलब ये है कि वो 2023 में बैठकर 2026 का हाल देख सकते हैं.
आस्था के नाम पर अंधविश्वास का खेल
बाबा धीरेंद्र शास्त्री ऐसे-ऐसे अजीबो-गरीब दावे करके आस्था के नाम पर अंधविश्वास का खेल क्यों खेल रहे हैं. घर में क्लेश है, नौकरी नहीं मिल रही है, शादी नहीं हो रही है, बच्चे बिगड़ गए हैं या फिर शरीर को किसी गंभीर बीमारी ने घेर लिया है. दरबार में लगाओ हाजिरी बाबा निकालेंगे पर्चा और फिर भूत और भभूत से होगा कल्याण हो जाएगा. सोचिए अगर इससे लोगों की परेशानियों का निबटारा होने लगे. लाइलाज बीमारियां ठीक होने लगे तो फिर इतने बड़-बड़े हॉस्पिटल और डॉक्टर्स की जरूरत ही क्या है. अब भी समय है जाग जाइए, वरना बाबा के पर्चे के साथ भूत और भभूत का चक्कर आपको भी जिंदगी भर का सदमा दे सकता है.
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