Rajasthan Crime: राजस्थान के भरतपुर जिले से नासिर और जुनैद की अपहरण करने के बाद मारपीट और जलाकर मारने के मामले में राजस्थान की भरतपुर पुलिस ने एक स्कार्पियो गाड़ी को बरामद किया था. अब बताया गया है कि सफेद रंग की स्कोर्पियो जीप जिसका नंबर HR70-4177 है, वो हरियाणा के पंचायत राज विभाग के नाम पर रजिस्टर्ड है. इस कार को भरतपुर पुलिस ने हरियाणा के जींद जिले में स्थित सोमनाथ गौशाला से बरामद किया था. पुलिस जांच के अनुसार इस स्कॉर्पियो गाड़ी का इस्तेमाल भिवानी हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों ने किया था. पुलिस ने बताया है कि इस गाड़ी की सीट पर खून के निशान मिले हैं. पुलिस को उम्मीद है कि जुनेद और नासिर के साथ मारपीट कर दोनों को गाड़ी में लेकर घुमाया गया होगा. उस दौरान ही दोनों का खून सीट पर लग गया होगा. 



जानकारी के अनुसार राजस्थान पुलिस जिस स्कॉर्पियो जीप को हरियाणा से बरामद कर लाई है, वह आज भी हरियाणा के पंचायत राज विभाग के नाम पंजीकृत है. स्कॉर्पियो गाड़ी जींद जिले के जिला परिषद विभाग में लगी हुई थी. अब सवाल यह उठता है जब स्कॉर्पियो गाड़ी हरियाणा के पंचायत राज विभाग के नाम पंजीकृत है तो फिर उन आरोपियों के पास कैसे पहुंची. राजस्थान पुलिस ने इस गाड़ी को बरामद करने से पहले जांच की थी. इस गाड़ी का फिरोजपुर झिरका से भिवानी और जींद जिले तक आना जाना पाया गया था. जिसमें नासिर और जुनैद की हत्याकांड के दौरान दो आरोपी बैठे हुए थे.

बरामद गाड़ी में मिले खून के निशान
गौरतलब है कि 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी जिले के लुहारु के पास एक बोलेरो गाड़ी जली मिली थी. जिसमेंं दो व्यक्तिओं के शव भी जली हालत में मिले थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो पुलिस की जांच में एक स्कॉर्पियो गाड़ी का मूवमेंट घटनास्थल के आसपास देखा गया, जिसमें 2 आरोपी सवार थे. ज़ब पुलिस ने स्कार्पियो को जींद जिले की सोमनाथ गौशाला से बरामद किया तो उस समय स्कार्पियो गाड़ी की सीट पर खून लगा मिला था. पुलिस जांच कर रही है. नासिर और जुनैद के खून से भी मिलान कराया जा रहा है. इस बरामद गाड़ी की सीट पर जो खून मिले हैं. उसकी जांच भी की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि यह खून क्या जुनैद और नासिर का था.

पुलिस ने क्या कहा
पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि ज़ब पुलिस ने स्कॉर्पियो गाड़ी को बरामद किया तो उसकी जांच करने पर पाया की स्कॉर्पियो गाड़ी सीईओ जिला परिषद जींद के नाम रजिस्टर्ड है लेकिन जिला परिषद से पूछताछ करने पर पाया कि जिला परिषद द्वारा 2020 में स्कार्पियो को नीलाम कर दिया था. अब पुलिस जांच कर रही है कि जिला परिषद जींद से नीलामी के जरिये स्कार्पियो को किसने ख़रीदा और उसका इन आरोपिओं के साथ क्या सम्बन्ध है इसकी जांच की जा रही है.


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