भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर, गैंगरेप का शिकार बनी छात्रा को 'राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार' से सम्मानित किया जा सकता है. इस पर सरकार विचार कर रही है.


राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पद्मावती फिल्म के प्रदर्शन पर रोक के ऐलान के साथ ही महिलाओं के सम्मान के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति को राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार और वीरता के लिए महाराणा प्रताप पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की थी.



राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह से जब संवाददाताओं ने पूछा कि क्या भोपाल की गैंगरेप पीड़िता को सम्मानित किया जा सकता है? इस पर मंत्री ने कहा, "मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला सम्मान के लिए काम करने वाले को राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार देने का ऐलान किया है. सरकार भोपाल गैंगरेप पीड़िता को यह सम्मान देने पर विचार कर रही है."


ज्ञात हो कि राजधानी भोपाल में एक पुलिसकर्मी दंपति की बेटी के साथ एक नवंबर को हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस ने रिपोर्ट तक लिखने में हीला-हवाली की थी. पीड़िता को दो दिन तक थानों के चक्कर लगाना पड़े थे. मामला मीडिया पर आने के बाद सरकार हरकत में आई और विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर जांच शुरू की.


इसके बाद तीन थाना प्रभारी और दो उपनिरीक्षकों (सब इंस्पेक्टर) को निलंबित कर दिया गया, वहीं एक नगर पुलिस अधीक्षक को पुलिस मुख्यालय में संलग्न किया गया. इस मामले को लेकर राजनीति भी खूब गरमाई हुई है. कांग्रेस ने राजधानी से लेकर जिला मुख्यालय स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया. इसके अलावा महिला सुरक्षा पर भी खूब सवाल उठे.