नई दिल्ली: भोपाल मर्डर केस में आज एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रायपुर में मां-बाप और प्रेमिका की हत्या के आरोपी उदयन दास के मकान की खुदाई के दौरान पुलिस को हड्डियां मिली हैं.


उदयन दास पुलिस की पूछताछ में खुद ही बता चुका है कि उसने अपने माता-पिता की हत्या के बाद उनके शव इसी मकान में गाड़ दिए थे. हत्यारे उदयन के पिता बी के दास भोपाल के भेल कारखाने में अफसर रहे हैं और उसकी मां भोपाल के मंत्रालय में सांख्यिकी अधिकारी रही हैं.


रायपुर में भोपाल और पश्चिम बंगाल पुलिस की मौजूदगी में उदयन दास के घर की खुदाई चल रही है. खुदाई में जो हड्डियां मिली हैं पुलिस उसकी डीएनए और फॉरेंसिक जांच कराएगी. इसके बाद ही साफ हो सकेगा कि ये हड्डियां आरोपी उदयन के माता-पिता की हैं या नहीं.


पत्नी की हत्या कर के उसे चबूतरे में दफना देने वाले ‘दरिंदे’ के बारे में पुलिस को सनसनीखेज बात पता चली है. पुलिस ने बताया है कि आकांक्षा की हत्या करने वाले उदयन ने अपने मां-बाप को भी भी हत्या की थी. और, उन्हें भी हत्या के बाद जमीन में गाड़ दिया था.


उदयन दास ने कहा उसने अपने मां बाप को भी मारा है


पुलिस का कहना है कि उदयन दास ने कहा उसने अपने मां बाप को भी मारा है. उधर आकांक्षा का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर भोपाल में कर दिया गया. इस खुलासे के बाद भोपाल में हुये आकांक्षा मर्डर केस में फिर नया मोड़ आ गया है. उदयन दास ने बताया कि उसने अपने मां बाप की भी 2010-11 में रायपुर में मार कर बगीचे में गाड़ दिया था.


दास ने हत्या कर उसे चबूतरा बनाकर दफना दिया था


गौरतलब है कि आकांक्षा की हत्या भोपाल के सकेत नगर में रहने वाले उदयन दास ने हत्या कर उसे चबूतरा बनाकर दफना दिया था. वेस्ट बंगाल क्राईम ब्रांच इंस्पेक्टर संदीप बैनर्जी ने बताया कि आरोपी उदयन बहुत ही शातिर है. गिरफ्तार होने से एक दिन पहले ही एक लड़की के साथ काबिल मूवी देखने गया था. वही पुलिस ने बताया कि आरोपी पूछताछ में पुलिस को उलझा रहा है.


शव बुरे हाल में था जिस कारण उसे ले जाना मुश्किल हुआ था


आकांक्षा का शव बुरे हाल में था जिस कारण उसे ले जाना मुश्किल हो रहा था. इस बात से भी इनकार नहीं किया जा रहा है कि उदयन साइको किलर है जो लगातार हत्याएं कर रहा है. बहरहाल पुलिस इस मामले में जांच रही है. अलग-अलग तरीकों से उदयन से पूछताछ की जा रही है.


आकांक्षा की उम्र 28 साल थी और वो पश्चिम बंगाल से थी


पुलिस ने चबूतरा खोद कर आकांक्षा के शव को बाहर निकाला. मृतक आकांक्षा की उम्र 28 साल थी और वो पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले की रहने वाली थी. पुलिस के मुताबिक उदय ने पूछताछ में बताया कि आकांक्षा से उसकी दोस्ती 2007 में हुई थी फिर जून 2015 में दोनों ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में कोर्ट मैरेज कर ली. बाद में दोनों भोपाल रहने आ गए.