नई दिल्ली: पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बिहार सवालों के घेरे में है. बिहार के भोजपुर जिले में रविवार की रात को अपराधियों ने एक पत्रकार समेत दो लोगों को गाड़ी से कुचल कर मार डाला. यह वारदात आरा-सासाराम स्टेट हाईवे पर गड़हनी थाना क्षेत्र के नहसी गांव के नजदीक हुई. आरोप है कि गड़हनी के एक पूर्व मुखिया के परिजनों ने इस हत्या को अंजाम दिया है. हत्या में स्कॉर्पियो गाड़ी इस्तेमाल की गई थी.


इससे एक साल पहले सिवान में पत्रकार राजदेव रंजन की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रविवार को हुई पत्रकार की हत्या का आरोप इलाके के ही दबंग मुखिया के पति और उसके परिजनों पर लगा है. मरने वालों में गड़हनी थाना के बगवां गांव निवासी नवीन निश्चल और विजय सिंह हैं. इनमें नवीन एक हिंदी अख़बार दैनिक भास्कर के लिए कार्य करते थे जबकि विजय सिंह एक मैगजीन के लिए कार्य करते थे. हादसे की सूचना से लोगों का गुस्सा भड़क उठा. गुस्साये लोगों ने स्कॉर्पियो को फूंक दिया और शव के साथ रोड जाम किया.


इस मामले में मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि ये कोई घटना नहीं है बल्कि साजिश है. लोगों ने बताया कि गड़हनी के पूर्व मुखिया शाहिदा प्रवीण के पति हरसू मियां से गड़हनी बाजार में थोड़ी नोंक झोक हुई थी. हत्या में इस्तेमाल की गई गाड़ी मुखिया का पति ही चला रहा था. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने इस्तेमाल की गई गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया और फिर मौके से फरार हो गए.


वहीं प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. इस घटना के बाद से आस-पास के इलाके में कोहराम मच गया था. मृतक पत्रकार नवीन सिंह दो भाइयों में बड़े थे. छोटा भाई राजेश कुमार पटना जिला पुलिस में कार्यरत है. उनके परिवार में पत्नी नीतू देवी, 18 साल की बेटी निहारिका और 15 साल का बेटा नितिन है. वहीं मृतक विजय कुमार के घर में उनकी पत्नी और दो मासूम बच्चे हैं. पत्रकार नवीन निश्चल के बेटे ने हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई है.


पत्रकार की हत्या के बाद विपक्षी पार्टी आरजेडी कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रही है. आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश के राज में कानून का राज नहीं है.